पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता:यात्रा का सही समय और मार्ग सुझाव

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1-परिचय और महत्व

पशुपति नाथ का मंदिर नेपाल में स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है और यह मंदिर

भगवान शंकर को समर्पित है यह मंदिर धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि

सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत अधिक महत्व रखता है पशुपतिनाथ मंदिर को

यूनेस्को द्वारा विश्व का सबसे प्रख्यात मंदिर का दर्जा दिया है इस मंदिर में हर साल

लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और यह मंदिर हर पर्यटक को अपनी ओर

आकर्षित करता है भगवान शिव के पवित्र स्थान के रूप में पहचाने जाने वाले यह

मंदिर आस्था और श्रद्धा का केंद्र है खासकर जब शिवरात्रि का मौसम होता है

उस समय बड़ी संख्या में भक्त लोग यहां पर दूर-दूर से पूजा अर्चना करने के लिए

पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता
Image credit-Sudhakar Chandra

आते हैं मंदिर का जो वास्तु कला का स्ट्रक्चर है वह बहुत प्राचीन और आध्यात्मिक है अगर आप पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता खोज रहे हैं तो काठमांडू से मंदिर तक पहुंचने के कई साधन और

सरल रास्ते हैं जहा आप सड़क मार्ग से और हवाई मार्ग से भी यहां तक पहुंच सकते हैं और लोकल जो नेपाल में पर्यटक के साधन है उनके द्वारा भी आप वहां तक पहुंच सकते हैं जो हमारी

यात्रा को बहुत ही सुगम और आसान बनाती है|

2-मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

विश्व विख्यात पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल में स्थित है यह मंदिर हिंदू धर्म का एक आस्था का केंद्र

है और जो हिंदू धर्म में सबसे अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान रखता है यह भगवान शंकर

का एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है ऐसी मान्यता है कि भगवान शंकर पशुपति के

रूप में यहां पर विराजमान है और समस्त जीव जंतु और मनुष्यों के स्वामी है यह मंदिर भारत

और नेपाल श्रद्धालुओं के लिए एक आस्था का हर साल महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर इस

मंदिर में विशेष पूजा अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन किए जाते हैं जिसमें हजारों श्रद्धालु

यहां पर पूजा के लिए शामिल होते हैं मंदिर का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत ज्यादा है नेपाल की

 

पारंपरिक और धार्मिक वास्तुकला और संस्कृति इस मंदिर में पूरी रूप से दिखाई देती है यह मंदिर सिर्फ आध्यात्मिक धरोहरी नहीं बल्कि आध्यात्मिक वातावरण और संस्कार कई वीडियो से इस मंदिर

को अपनी ओर आकर्षित करते हैं अगर आप इस पवित्र मंदिर की स्थान की यात्रा करने की सोच रहे हैं तो पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता कई तरह से तय किया जा सकता है आप काठमांडू से

हवाई मार्ग से या स्थानीय परिवहन के माध्यम से भी आप इस मंदिर तकपहुंच सकते हैं

3- पशुपतिनाथ मंदिर की विश्व धरोहर के रूप में पहचान

पशुपतिनाथ मंदिर को सन 1979 में यूनेस्को द्वारा इसको विश्व प्रसिद्ध धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्रदान की गई थी जो नेपाल देश के सबसे अधिक सांस्कृतिक स्थल में से इस पशुपतिनाथ मंदिर को

एक खूबसूरत स्थान बनाती है यह मंदिर धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण है और यह पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है काठमांडू मंदिर नेपाल के सात मंदिरों में 

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image credit-Photo by avishek Udas on Unsplash

से एक है इसको यूनेस्को द्वारा इसको विश्व धरोहर के रूप में चुना गया है जो नेपाल की समृद्ध संस्कृति और यहां की खूबसूरत विरासत को दर्शाता है पशुपतिनाथ मंदिर की जो भी वास्तु कला है

वह बहुत अनोखी है क्योंकि इस मंदिर में लकड़ी पत्थर और धातु के मिश्रण का उपयोग हुआ है इसकी जो मुख्य गुंबद है वह  बहुत ही नक्काशी दार है खूबसूरत खंबे और उसके चारों ओर

विराजमान मूर्तियां बड़ी  ही खूबसूरत तरीके से उसकी संस्कृति को दर्शाती हैं जो नेपाल की खूबसूरत विरासत है और इसको एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक और आस्था का केंद्र बनाती है अगर आप

पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता ढूंढ रहे हैं तो यह मंदिर काठमांडू शहर से लगभग 3  किलोमीटर की दूरी पर स्थित है आप यहां से बस टैक्सी या अपना निजी वाहन से आप वहां पहुंच सकतेहैं

4-पशुपतिनाथ मंदिर जाने का सही समय

अगर आप पशुपतिनाथ मंदिर जाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए सबसे बढ़िया समय का चुनाव करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है ताकि आप अपनी यात्रा का भरपूर आनंद ले सकें और यह मंदिर

पूरे साल  भर खुला रहता है यहां जाने का जो सबसे अच्छा समय है वह है अक्टूबर से मार्च तक के बीच का क्यों कि इस दौरान मौसम ठंडा और सुहावना और खूबसूरत बना रहता है जो आपकी

यात्रा को एक आरामदायक और खूबसूरत बनाता है सर्दियों के महीना में काठमांडू का तापमान भी ठीक-ठाक रहता है जिससे मंदिर के दर्शन करना और भी आसान हो जाता है अगर आप भीड़ भाड़ से

बचना चाहते हैं तो आप जनवरी और फरवरी की महीने आपके लिए सबसे बढ़िया है क्यों कि उस समय महाशिवरात्रि का दौर चल रहा होता है फरवरी और मार्च में यहां पर बहुत बड़ी संख्या में

लोग दर्शन के लिए आते हैं इस दौरान मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन और अनुष्ठान भी होते हैं जो इस धार्मिक स्थल की शोभा को और भी बढ़ा देते हैं मानसून के महीना में आप जून से लेकर

अगस्त तक यात्रा करना थोड़ा कठिन हो जाता है क्यों कि लगातार बारिश होने के कारण रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं और मार्ग जगह-जगह टूट जाते हैं इस कारण से यात्रा करना थोड़ा मुश्किल भरा

हो जाता है अगर आप सोच रहे हैं कि पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता क्या है तो काठमांडू से यह मंदिर केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां आप बस टैक्सी या निजी वाहन से वहां तक आसानी से पहुंच सकते हैं|

5-मौसम के अनुसार सही समय

(अप्रैल-जून)

गर्मियों के समय में काठमांडू शहर का तापमान लगभग 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच में ही रहता है जो यात्रा के लिए बिल्कुल भी परफेक्ट समय होता है इस समय आप पशुपतिनाथ मंदिर

केआसपास बिल्कुल भी भीड़ नहीं देख सकते है और आप शांतिपूर्वक भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर सकते हो हालांकि दिन की समय आपको हल्का सा गर्माहट महसूस हो सकती है तो आप हल्के

कपडे पहन सकते है |अगर आप पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता गर्मियों में खोज रहे हैं तो यह बहुत अच्छा समय है इस समय यात्रा करना आपके लिए सुविधाजनक और आपकी यात्रा को खुशहाल बनाता है|

(अक्टूबर-मार्च)

सर्दियों के समय में काठमांडू का टेंपरेचर 5 डिग्री सेल्सियस से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच का हो जाता है जो मंदिर यात्रा के लिए बहुत ही उपयुक्त समय माना जाता है स्वच्छ हवा ताजगी और

सुहावना मौसम होने के कारण आप मंदिर के दर्शन कर सकते हैं जो आपको एक सुखद यात्रा का एहसास दिलाता है महाशिवरात्रि जैसे पावन पर्वों पर इस मंदिर में विशेष मेले और पूजा पाठ के

आयोजन होते हैं इस समय पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता बहुत ही मुशिकल और भीड़ भाड़ वाला हो जाता है जिस कारण से यह समय बिल्कुल भी अनुकूल नहीं रहता है |इसलिए सर्दियों के मौसम मै दर्शन करने का एक अलग ही मजा है |

(जून-अगस्त)

मानसून के दौरान काठमांडू शहर में बहुत ज्यादा बारिश होती है जिसके कारण पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा थोड़ा मुश्किल हो जाती है क्यों कि इस समय प्रकृति अपने चरम पर होती है चारों ओर

हरियाली पेड़ पौधे और सारा वातावरण हरा भरा हो जाता है और आसपास की आभवा देखने लायक होती है पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता बारिश के कारण फिसलन और मुशिकल भरा हो जाता है

इसलिए हमको इस मौसम में बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी होती है मानसून के समय जब भी हम यात्रा करते हैं तो हमको यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति को भाप लेना चाहिए कि वहां का

मौसम इस समय कैसा होगा या अपने दोस्तों या मित्रों से वहां के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए

6-पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल की यात्रा कैसे करें

भगवान शंकर का खूबसूरत मंदिर है नेपाल में जो की पशुपतिनाथ के नाम से विश्व विख्यात है आज मैं आपको बताऊंगा इस पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल की यात्रा कैसे करते हैं आप नेपाल की राजधानी

काठमांडू से यह यात्रा शुरू होती है लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है भगवान भोलेनाथ का यह सुंदर सा मंदिर जो नेपाल का एक धार्मिक और हिंदुओं का  एक प्रमुख मंदिर है यह मंदिर

भगवान शिव को समर्पित है यहां आने के लिए सबसे पहले आपको काठमांडू पहुंचना होता है उसके बाद आप अगर हवाई यात्रा से यहां पहुंचना चाहते हैं तो काठमांडू का सबसे खूबसूरत हवाई अड्डा है

त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जो की आपके लिए एक बहुत अच्छा सुविधा का विकल्प है भारत से भी कई सीधी फ्लाइट काठमांडू के लिए जाती हैं खासकर दिल्ली मुंबई और बड़े शहरों से हवाई अड्डे

से पशुपतिनाथ मंदिर ज्यादा दूर नहीं है अगर आप एयरपोर्ट से जैसे ही बाहर निकलते है  आपको स्थानीय टैक्सी रिक्शा जो भी यात्रा का साधन आप चुनते हैं मंदिर तक  जाने के लिए आपको बड़े

ही आसानी से मिल जाते हैं अगर आप सड़क मार्ग से काठमांडू जाना चाहते हैं तो भारत से नेपाल तक के लिए काफी बस सेवाएं और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं आप गोरखपुर पटना और बनबसा जैसी

सीमा से लगे इलाकों से काठमांडू शहर तक आसानी से पहुंच सकते हैं पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता सड़क मार्ग से बेहद आसान और सरल है और काठमांडू मंदिर की दूरी लगभग 3 से 4

किलोमीटर है,जो इस यात्रा को बेहद मनोरम और रोमांचकारी अनुभव में बदल देती है।

7-पशुपतिनाथ मंदिर यात्रा की तैयारी और दस्तावेज़

पशुपतिनाथ मंदिर यात्रा की जब आप तैयारी करते हैं तो आपको कुछ जानकारी होना बहुत महत्वपूर्ण है सबसे पहले नेपाल जाने के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की कोई जरूरत नहीं

होती है लेकिन पासपोर्ट या अन्य आइडेंटी कार्ड अपने साथ जरूर रखें ताकि आपको किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो और यात्रा के दौरान हल्के कपडे पहने  और मंदिर मै जाने के लिए

आप सादगी वाले कपड़े पहने और पारंपरिक ड्रेस का उपयोग करें जिससे कि मंदिर की गरिमा बनी रहे मंदिर में प्रवेश करने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है क्यों कि ब्रहम मुहूर्त में ज्यादा

भीड़ भाड़ भी नहीं रहती है अगर आप काठमांडू से पशुपतिनाथ मंदिर जा रहे हैं तो पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता टैक्सी या स्थानीय बस से बहुत ही सुविधाजनक और आसान रहता है साथ ही

आपको वहां की संस्कृति और रीति-रिवाज के बारे में आवश्यक जानकारी भी मिलती है

8-स्थानीय मुद्रा और खर्चे का प्रबंधन

पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा के दौरान आपको स्थानीय खर्चों और नेपाली मुद्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है क्यों कि वहां पर नेपाली रुपया ही ज्यादा चलता है इसलिए वहां पर जो भी

आधिकारिक लेनदेन होता है वह नेपाली रुपए में ही होता है जिसको करने से वहां के लोगों को भी सहूलियत मिलती है और आपको भी सहूलियत मिलती है जब भी आप काठमांडू पहुंचते हैं आप

बस से या हवाई जहाज से पहुंचते हैं तो आपको वहां पर स्थानीय मुद्रा विनिमय केंद्र आसानी से मिल जाते हैं जहां पर आप भारतीय रुपयों को नेपाली रुपयों में आसानी से  बदल सकते हैं

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image credit-Photo by Shreyashka Maharjan on Unsplash

काठमांडू में रहने और खाने के लिए विभिन्न बजट होटल भी आपको उपलब्ध हो जाते है सामान्यतःछोटे छोटे  खर्च जैसे टैक्सी खाना पीना खरीदारी करना क्यों कि कई छोटे-छोटे दुकानदार

और वहां के जो गाड़ी चालक है वह कार्ड पेमेंट को स्वीकार नहीं करते हैं इसलिए यात्रा के दौरान अपने पास ज्यादा से ज्यादा नेपाली कैश को रखें एटीएम भी आपको काठमांडू और उसके आस पास

के एरिया मै भी काफी मिल जाते है जहा पर से आप नेपाली रुपए ही निकाल सकते हैं जब भी आप पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता तय करते हैं तो टैक्सी का किराया छोटे-छोटे यात्राओं के

खर्च और अन्य धार्मिक स्थल पर जाने के खर्चों को ध्यान में रखकर अपने बजट की पूरी प्लानिंग करें और योजनाएं बनाये

9-पशुपतिनाथ मंदिर का रहस्य

पशुपतिनाथ मंदिर सिर्फ धार्मिक आस्था का ही केंद्र नहीं है बल्कि इस मंदिर के पीछे छिपी बहुत सारी रहस्यमई कहानियां भी है आज मैं आपको वह कहानी बताने जा रहा हूं एक बार भगवान शिव

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image credit-Photo by Ashes Sitoula on Unsplash

ने हिरण का वेश धारण कर  अपने को छिपाने के लिए इस (पशुपतिनाथ मंदिर वाले )इस स्थान को चुना जब सारे देवताओं ने उनकी खोज बीन शुरू की और वो कही पर नहीं मिले तो उन्होंने देखा की

एक हिरन इस स्थान पर छिपा हुआ है तो उसी दिन से इस स्थान को पशुपति नाथ नाम का दर्जा दिया गया जिसका अर्थ होता है जीवों के स्वामी इसलिए उसी दिन से इस स्थान को पशुपति नाथ

मंदिर के नाम से जाना जाता है| पशुपति नाथ  मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थित शिवलिंग का भी बहुत ही आकर्षक रहस्य है जिसे बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारिक माना जाता है मान्यता है कि अगर

आप सच्चे मन से यहां पर प्रार्थना करते हैं तो आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है इसके अलावा आप मंदिर के चारों ओर नक्काशीदार मूर्तियां और काफी रहस्य से घिरी हुई मूर्ति को देख सकते हैं

जो आज भी ऐतिहासिकता का प्रमाण है अगर आप इस चमत्कारी और दिव्य शक्ति वाले मंदिर की यात्रा करना चाहते हैं तो पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता काठमांडू से केवल 3 किलोमीटर का ही

है जहा से आप आसानी से स्थानीय साधन  लेकर वहां  तक पहुचते है और इस पवित्र स्थल के रहस्यों  को समझ सकते हैं |

10- मंदिर में दर्शन और पूजा के नियम

पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने के कुछ विशेष नियम है जिनका पालन करना हर किसी श्रद्धालु को बहुत जरूरी है सबसे पहले इस मंदिर में प्रवेश सिर्फ हिंदू धर्म के अनुयायियों को ही है मंदिर

परिसर में जूते चप्पल आपको बाहर ही उतारने होते हैं और शुद्धता और विनम्रता का व्यवहार आपको बनाए रखना अति आवश्यक है मंदिर के गर्भ में शिवलिंग की जो पूजा होती है वह कुछ

विशेष तरीके से की जाती है जिसमें भक्त शिवलिंग को जल दूध बेल पत्र आदि चढ़ाते हैं गर्भ घर के भीतर सिर्फ पुजारियों को ही प्रवेश की अनुमति है श्रद्धालु ग्रह गर्भ ग्रह के बाहर से ही दर्शन कर

सकते हैं मंदिर में आप फोटोग्राफी नहीं कर सकते हैं इसकी अनुमति आपको नहीं मिलती है इसलिए कैमरा और मोबाइल का इस्तेमाल सीमित रहता है

11-पर्यटकों के लिए सुरक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित टिप्स

पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा करते समय अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद ही आवश्यक है सबसे पहले आपको अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपने साथ लेकर चलना होता है जिसमें आपकी

पासपोर्ट आईडी और सारी जानकारियां होनी चाहिए भीड़भाड़ वाले इलाकों से ज्यादा सतर्क रहें क्योंकि वहां पर हमेशा जेब कटने का और आपके सामान चोरी होने का डर रहता है इसलिए अपने आप को

सुरक्षित रखे और पानी हमेशा बोतल बंद  यूज़ करे और बाहर के खाने पीने में बहुत ज्यादा सावधानी बरते  जिससे कि आपके स्वास्थ्य पर किसी भी प्रकार का कोई बुरा असर न पड़े मंदिर

परिसर में साफ सफाई और शुद्धता का ध्यान रखना अति आवश्यक है और स्थानीय रीति रिवाज का सम्मान करें अगर आप पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता खोज रहे हैं तो आपको सबसे पहले नेपाल

की  राजधानी काठमांडू पहुंचना होगा और फिर वहां से आप आसानी से पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा कर सकते हैं

11-निष्कर्स

पशुपतिनाथ मंदिर धार्मिक महत्व के अलावा एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के रूप में भी जाना जाता है हर वर्ष मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में भक्त यहाँ आते हैं जिससे

उनको एक अलग प्रकार का अनुभव प्रदान होता है भगवान शिव की आस्था और रहस्यमई तरीकों से यह मंदिर भरा पड़ा है अगर आप काठमांडू से पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता खोज रहे हैं तो

मंदिर तक पहुंचना बहुत ही आसान और सरल है समय रहते हुए आप इस मंदिर और इस पवित्र स्थान की यात्रा की योजना जरूर बनाएं जो आपको हमेशा जीवन भर इस यात्रा की याद दिलाएगा |

2 thoughts on “पशुपतिनाथ मंदिर जाने का रास्ता:यात्रा का सही समय और मार्ग सुझाव”

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