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Toggle1-परिचय:
माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एक खूबसूरत सा हिल स्टेशन है जो अरावली पर्वत श्रृंखलाओं की तलहटी में बसा है यह राजस्थान का एकमात्र खूबसूरत हिल स्टेशन है जो राज्य में
रेगिस्तान माहौल से बिल्कुल भी अलग है यहां की हरियाली और ठंडी हवाएं इसको सब जगह से अलग बनाती है अगर आप सोच रहे हैं कि माउंट आबू कहां स्थित है तो हम आपको बताते हैं कि
यह स्थान गुजरात की सीमा से करीब और समुद्र तल से लगभग 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है माउंट आबू का धार्मिक महत्व भी काफी गहरा है और यहां की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक
विरासत भी काफी खूबसूरत है यहां के दिलवाड़ा मंदिर जैन मंदिर अपनी वास्तुकला और खूबसूरती के लिए विश्व प्रसिद्ध है इसके अलावा नक्की झील और गुरु शिखर जैसे स्थान माउंट आबू की
प्राकृतिक खूबसूरती पर चार-चार लगा देते हैं यह जगह हर मौसम में घूमने लायक है लेकिन अक्टूबर से मार्च तक का समय यहां की यात्रा के लिए बहुत ही सुंदर और बेहतरीन माना जाता है
माउंट आबू कहां स्थित है इसका जवाब न केवल आपको इसकी अनुमति देता है बल्कि यह भी बताया कि इस प्राकृतिक और धार्मिक स्थान का काफी महत्व भी है|
2-माउंट आबू का इतिहास
माउंट आबू, राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन, न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि इसका रोचक इतिहास भी है। यह स्थान सदियों से विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों से जुड़ा हुआ है, जिससे इसका महत्व बढ़ता है।
पौराणिक कथा और धार्मिक महत्व
माउंट आबू का इतिहास धार्मिक मान्यताओं और पौराणिक कथाओं से घिरा हुआ है। यह कहा जाता है कि इसका नाम नाग अर्बुदांचल या अरबुआदा पर पड़ा था, जिसने भगवान शिव के वाहन नंदी
बैल को बचाया था। हिन्दू पौराणिक कथाओं से यह कहानी जुड़ी हुई है, जो इस क्षेत्र को धार्मिक महत्वता देती है।माउंट आबू पर महान ऋषि महर्षि वशिष्ठ ने असुरों को मारने के लिए एक यज्ञ
किया था। यज्ञ की आग से चार राजपूत वंशों का जन्म हुआ, जो धर्म की स्थापना और रक्षा करने के लिए देश भर में भेजे गए। कथा की जानकारी के अनुसार माउंट आबू को ऋषि-मुनियों और संतों का पवित्र घर माना गया था।
जैन धर्म और माउंट आबू
माउंट आबू में जैन धर्मियों का भी विशेष स्थान है। यह स्थान जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के आगमन के बाद जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र तीर्थस्थल बन गया।माउंट
आबू का सबसे प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल, दिलवाड़ा मंदिर,अपनी अद्भुत संगमरमर की वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है। 11वीं और 13वीं शताब्दी के बीच बना हुआ यह मंदिर जैनियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
राजपूत काल और माउंट आबू
माउंट आबू का किला और आसपास का क्षेत्र मध्यकालीन काल में राजपूत राजाओं के अधीन रहे। राजस्थान और गुजरात के शासकों के लिए यह स्थान महत्वपूर्ण रहा है। आबू राजाओं ने इस जगह को अपना प्रशासनिक और सैन्य केंद्र भी बनाया। यहाँ की प्राकृतिक सुरक्षा और ऊँचाई से शासकों को अपने दुश्मनों पर नजर रखने में मदद मिली।
ब्रिटिश काल और माउंट आबू
ब्रिटिश शासन के दौरान माउंट आबू ने पूरी तरह से बदल गया। यह एक हिल स्टेशन बन गया और अंग्रेजों की गर्मी की छुट्टियों का प्रमुख स्थान बन गया। अंग्रेज़ अधिकारियों को माउंट आबू का ठंडा
मौसम और प्राकृतिक सौंदर्य बहुत आकर्षित करता था। 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश प्रशासन ने यहाँ कई रेजीडेंसी बंगलों और इमारतों का निर्माण किया, जिनमें से कुछ आज भी देख सकते हैं।
वर्तमान में माउंट आबू
आज माउंट आबू पर्यटन स्थल और धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर है। पर्यटकों को दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की झील, गुरु शिखर और सनसेट पॉइंट पसंद हैं। माउंट आबू का वन्यजीवन और
शांत वातावरण भी इसे पर्यटकों के लिए एक अच्छा स्थान बनाते हैं।
3-दिलवाड़ा जैन मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू अपने प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के स्थानों के लिए जाना जाता है। दिलवाड़ा जैन मंदिर, दुनिया भर में जैन धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र
और महत्वपूर्ण है, यहाँ का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल है। माउंट आबू में कई अन्य धार्मिक स्थान भी हैं, जो इसके धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को और अधिक समृद्ध करते हैं। आइए, इन धार्मिक स्थानों के बारे में अधिक जानें।
दिलवाड़ा जैन मंदिर: अद्वितीय वास्तुकला का नमूना
माउंट आबू का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थान दिलवाड़ा जैन मंदिर है। 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच बनाया गया यह मंदिर संगमरमर से बना है, जो दुनिया भर में प्रसिद्ध है। माउंट आबू कहां स्थित है
इस सवाल का जवाब खोजने वाले पर्यटक अक्सर इस मंदिर की ओर आकर्षित होते हैं क्योंकि यह धार्मिक महत्व और सुंदर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
दिलवाड़ा जैन मंदिर में पाँच प्रमुख मंदिर हैं, जो अलग-अलग जैन तीर्थंकरों को समर्पित हैं:
विमल वसाही मंदिर: 1031 ईस्वी में बनाया गया यह मंदिर जैन तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को समर्पित है।
लुना वसाही मंदिर: यह 1230 ईस्वी में बनाया गया था और 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ को समर्पित है।
पीठलहर मंदिर: यह ऋषभदेव भगवान को समर्पित है।
खरतार वंश मंदिर: यह चौथी तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ को समर्पित है।
श्री महावीर स्वामी मंदिर: यह 24वें तीर्थंकर महावीर को समर्पित है।
इन मंदिरों की दीवारों और छतों पर की गई दिल को छू लेने वाली नक्काशी और डिजाइन है। मंदिर की सुंदरता और शांति जैन धर्म के प्रति लोगों की आस्था को बढ़ाती है।
अर्बुदा देवी मंदिर: शक्ति का प्रतीक
माउंट आबू में अर्बुदा देवी मंदिर भी एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है। मंदिर माउंट आबू की पहाड़ियों में है और माता अर्बुदा को समर्पित है। पौराणिक कहानी के अनुसार माता अर्बुदा ने यहाँ भगवान
शिव की पूजा की थी, और भक्तों के लिए यह स्थान शक्ति का प्रतीक बन गया। भक्तों को इस मंदिर तक पहुँचने के लिए लगभग 365 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा का हिस्सा है।
गुरु शिखर: माउंट आबू का सर्वोच्च शिखर
माउंट आबू की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1722 मीटर की ऊंचाई पर यह स्थित है और यहां की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर कहलाती है जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से मुख्यतः भगवान दत्तात्रेय को समर्पित है। यह स्थान
धार्मिक महत्व भी रखता है और प्राकृतिक सौंदर्य के अद्भुत दृश्य प्रदान करता है। गुरु शिखर तक पहुँचना धार्मिक विश्वास को बढ़ाता है और माउंट आबू के अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों का आनंद देता है।
शंकर मठ: भगवान शिव का निवास
माउंट आबू भगवान शंकर का एक धार्मिक स्थल है यहां पर भगवान शिव की बहुत बड़ी मूर्ति की स्थापना की हुई है और यह स्थान धार्मिक स्थान से भी महत्वपूर्ण है और यात्रियों के बीच भी बहुत
ही लोकप्रिय है कहा जाता है कि यहां पर जाकर भगवान शिव की पूजा करने से आप सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती है
रघुनाथजी मंदिर: भगवान विष्णु का रूप
माउंट आबू का एक और प्रसिद्ध धार्मिक स्थान रघुनाथजी मंदिर है। यह मंदिर रघुनाथ, भगवान विष्णु का अवतार, को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान रघुनाथ की पूजा करने से जीवन
में शांति और समृद्धि मिलती है। नक्की झील के पास यह मंदिर स्तिथ है यहाँ पर घूमना हमरे मन मस्तिस्क को और भी शांतता प्रदान करता है अगर आप सोच रहे हैं, माउंट आबू कहां स्थित है, तो
यह राजस्थान के सिरोही जिले में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
4-माउंट आबू की प्राकृतिक खूबसूरती
हरी-भरी पहाड़ियां और झीलें
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू अपने सुंदर पहाड़ियों और झीलों के लिए प्रसिद्ध है।यह राजस्थान में अरावली पर्वत श्रृंखला में बसा हुआ एकमात्र हिल स्टेशन है।इस रेगिस्तानी राज्य में
माउंट आबू की हरी पहाड़ियां इसे अलग बनाती हैं। और पर्यटकों को ताजगी भरा और आनंदमई बनाते है माउंट आबू की प्राकृतिक सुंदरता का आधार नक्की झील है, जो सबसे बड़ी झील है।इस
झील में निर्मल पानी से पर्यटक बोटिंग करते हैं और आसपास के हरे-भरे पहाड़ों का दृश्य देखते हैं। कहा जाता है इस झील का निर्माण देवताओ के द्वारा हुआ था जो इसे धार्मिक महत्व देता है।माउंट
आबू की सुंदर पहाड़ियों और झीलों के कारण यह एक अच्छा पर्यटन स्थान है। अगर आप सोच रहे हैं कि माउंट आबू कहां स्थित है तो हिल स्टेशन राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में स्थित है, जहां पूरी तरह से हरियाली है।
वन्य जीवन और फ्लोरा-फौना
माउंट आबू, राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है, अपनी सुंदर पहाड़ियों, वन्य जीवन और फ्लोरा-फौना के लिए जाना जाता है। यह हिल स्टेशन अरावली पर्वतमाला में बसा हुआ है,जो इसे
राजस्थान के नम रेगिस्तान से सबसे अलग बनाता है। माउंट आबू कहां स्थित है तो आप को जानकर काफी ख़ुशी होगी की ये प्राकृतिक धरोहरों और जैव विविधता का गढ़ है।जो इसे सूखे रेगिस्तान से
सबसे अलग बनाता है माउंट आबू वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी जो 1960 में स्थापित हुआ था, जो माउंट आबू के वन्य जीवन को सुरक्षित रखता है। तेंदुआ, सियार, सांभर, जंगली सूअर, भेड़िया और
कई अन्य प्रजातियां इस अभयारण्य में घूमते रहती हैं। यहाँ के जंगलों में कई दुर्लभ पक्षी की प्रजातियां भी हैं, जैसे भारतीय पिट्टा, किंगफिशर और हरियल। पक्षी प्रेमियों के लिए यह जगह एक
स्वर्ग का अनुभव देने वाली जगह है जो इसे एक आदर्श स्थान बनाती है।फ्लोरा की हरी-भरी वादियों में सागवान, बांस और जामुन जैसे कई प्रकार के पेड़ हैं। इसके अलावा, यहाँ की वनस्पति में
औषधीय पौधे भी हैं, जो प्राकृतिक उपचार में बहुत महत्वपूर्ण हैं।इस लिए हिल स्टेशन को वनवासियों और फ्लोरा-फौना प्रेमियों के लिए बेहतरीन जगह बनाती है।
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5-मौसम और पर्यावरण
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू, राज्य का एकमात्र हिल स्टेशन है, जो अपने सुंदर मौसम और स्वच्छ पर्यावरण के लिए जाना जाता है। अगर आप सोच रहे हो कि माउंट आबू कहां
स्थित है तो यह हिल स्टेशन अरावली पर्वत श्रृंखला की गोद में बसा हुआ एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है, जो इसे राजस्थान के अन्य भागों से अलग बनाता है।
माउंट आबू में हर समय सुहाना मौसम रहता है। माउंट आबू का तापमान गर्मियों में काफी ठंडा और आरामदायक होता है, जब की राजस्थान के मैदानी इलाके भयंकर गर्मी से झुलसते हैं. यह इसे
एक आदर्श ग्रीष्मकालीन गंतव्य स्थान बनाता है। गर्मियों में यहाँ 23 से 33 डिग्री सेल्सियस का तापमान रहता है। यहाँ, सर्दियों में तापमान 12–20 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, जो ठंड से
प्यार करने वालों को अपनी और आकर्षित करता है।माउंट आबू का स्वच्छ वातावरण और हरी भरी पहाड़ियाँ इसे शहरी जीवन से दूर और एक शांत स्थान बनाते हैं। यहाँ की खासियत नक्की
झील, साफ हवा और चारों ओर फैली हरियाली है, जो पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाती हैं। माउंट आबू कहां स्थित है माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एक बेहतरीन पर्यटन स्थल
है जो इसे एक बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाता है।
6-माउंट आबू कैसे पहुंचे
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू अपने सुंदर वातावरण और ठंडे मौसम के लिए प्रसिद्ध
है अगर आप सोच रहे हैं कि माउंट आबू कहां स्थित है तो आप मुख्य शहर के सड़क मार्गो के
रास्ते से आप इस सुंदर से हिल स्टेशन तक आसानी से पहुच सकते हो
सड़क मार्ग से:
माउंट आबू पर सड़क के रास्ते पहुँचने के लिए आप दिल्ली, जयपुर, या उदयपुर से बस या कार ले सकते हैं। माउंट आबू में सरकारी और निजी बस सेवाएँ उपलब्ध हो जाती हैं। जयपुर माउंट आबू
से लगभग 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जब कि दिल्ली की दूरी लगभग 800 किलोमीटर है।
NH62 या NH27 का उपयोग करके आप माउंट आबू तक आसानी से पहुँच सकते हैं। रास्ते में प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए आप अपनी यात्रा को और भी मनोरंजक बना सकते है जिससे माउंट आबू की यात्रा और भी यादगार बन जाती है।
रेलवे के द्वारा:
रेलवे से जुड़ने के लिए राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू भी एक अच्छा स्थान है। अगर आप सोच रहे हो कि माउंट आबू कहां स्थित है तो जान लें कि माउंट आबू से लगभग 28
किलोमीटर की दूरी पर स्थित अबू रोड यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन है। भारत के प्रमुख शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, जयपुर,अहमदाबाद और जोधपुर अबू रोड स्टेशन से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं
स्टेशन पर पहुंचने के बाद, आप आसानी से टैक्सी या स्थानीय बसों से माउंट आबू तक जा सकते हैं। टैक्सी सेवा से आप 45 मिनट में माउंट आबू की पहाड़ी तक पहुँच जाते है , जहां से आप माउंट आबू की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
हवाई यात्रा:
यदि आप हवाई मार्ग से यात्रा करना चाहते हैं, तो सबसे निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर का है, जो माउंट आबू से लगभग 210 किलोमीटर दूर है।उदयपुर से माउंट आबू के लिए टैक्सी या बस सेवाएं भी हर समय पर उपलब्ध रहती है।
7- माउंट आबू में ठहरने के लिए बेस्ट जगहें और होटल
हर साल राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित मशहूर हिल स्टेशन माउंट आबू में हजारों लोग आते हैं। अगर आप सोच रहे है की माउंट आबू कहां स्थित है तो हम आप को बताते है की ये अरावली
पर्वतमाला में स्थित एक सुंदर और ठंडा हिल स्टेशन वाला स्थान है। अगर आप अपनी यात्रा को मजेदार बनाना चाहते है तो आप यहाँ आकर रुक भी सकते है आपकी यात्रा को आरामदायक बनाने
के लिए यहाँ कई बेहतरीन होटल और रिसॉर्ट्स भी उपलब्ध हैं।
ताज होटल:
माउंट आबू एक लग्ज़री होटल है। इस होटल से आप यहाँ की हरी-भरी वादियों का सुंदर आनंद ले सकते है।
स्टर्लिंग माउंट आबू:
यह पर आपको आरामदायक कमरे और बेहतरीन सुविधाओं वाले होटल मिल जाते है जहा पर आप परिवार और दोस्तों के साथ ठहरने के लिए एक अच्छा स्थान चुन सकते है।
हिलॉक होटल:
यह होटल शहर के बीचो बीच में स्थित है और नक्की झील के पास होने के कारण इसका नज़ारा बेहद ही खूबसूरत है जिस कारण यह होटल बहुत ही लोकप्रिय है। यहाँ से आप माउंट आबू के प्रमुख आकर्षणों तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
अरावली रिज़ॉर्ट्स:
प्रकृति प्रेमियों के लिए यह रिज़ॉर्ट्स एक शानदार विकल्प है, जहाँ से आप पहाड़ों और झीलों के सुंदर द्र्श्यो का आनंद ले सकते है
माउंट आबू में अगर आप को ठहरना है तो आप के लिए ये विकल्प बहुत अच्छे हो सकते है जो आपकी यात्रा को सुखद और आरामदायक बना देते है|
8-माउंट आबू घूमने का सही समय
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू एकमात्र हिल स्टेशन है जो पूरे वर्ष पर्यटकों से भरा रहता है। अगर तुम सोच रहे हो कि माउंट आबू कहां स्थित है यही कारण है कि यह अरावली
पर्वतमाला की गोद में बसा है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता से राजस्थान के रेगिस्तान से बिल्कुल भी अलग है।माउंट आबू घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च है। यहाँ सर्दियों की ठंड का
मजा लेने के लिए इस समय ठंडा और सुहावना मौसम होता है। इसका तापमान 12–20 डिग्री सेल्सियस है, जो इसे ट्रेकिंग, सैर-सपाटे और प्रकृति के संपर्क में आने के लिए पर्यटकों को सर्वश्रेष्ठ
बनाता है। अगर आप गर्मियों में माउंट आबू जाना चाहते हैं, तो मार्च से जून तक का समय उपयुक्त रहेगा। उस समय राजस्थान के अन्य भागों की तुलना में तापमान काफी ठंडा रहता है, 23 से 33
डिग्री सेल्सियस के बीच में ये तापमान रहता है । माउंट आबू मानसून के बाद तो फिर यहाँ का नज़ारा और भी खूबसूरत हो जाता है सुंदर पहाड़ियों और झीलों का आनंद लेने के लिए यह एक अच्छा स्थान है।
9- निष्कर्ष
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एकमात्र हिल स्टेशन होने के कारण माउंट आबू काफी महत्वपूर्ण है।अगर आप पूछ रहे हैं कि माउंट आबू कहां स्थित है तो आप को बता दे की यह अरावली
पर्वतमाला में बसा है, जो इसे रेगिस्तान के बीच एक सुंदर वनभूमि बनाता है। अक्टूबर से मार्च के बीच, जब मौसम ठंडा और सुहावना होता है, उस समय यहाँ पर घूमने का सबसे अच्छा समय है।
हरी-भरी पहाड़ियों, झीलों, वन्य जीवन और प्राकृतिक सुंदरता के कारण माउंट आबू एक अद्भुत स्थान है। यहाँ भी कई बेहतरीन होटल और रिसॉर्ट्स हैं, जो आपकी यात्रा को आरामदायक और यादगार बना सकते हैं।
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Nice place 👌👌