Table of Contents
Toggle1-परिचय कश्मीर घूमने का सही समय
कश्मीर को जन्नत कहा जाता है लेकिन आप कश्मीर की प्राकृतिक खूबसूरत छठा और वहां की खूबसूरती को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे हिमालय की खूबसूरत गोद में बसा कश्मीर का यह क्षेत्र
चारों ओर बर्फ के पहाड़ों से ढका रहता है और यहां की सुंदर वादियां प्रत्येक पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करती है कश्मीर की सांस्कृतिक सुंदरता और वहां की विरासत सबसे अनोखी है
इसकी राजधानी श्रीनगर है कश्मीर डल झील और अपने फेमस नाव शिकार के लिए जाना जाता है कश्मीर को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है इसलिए कश्मीर इतिहास की दृष्टि से भी काफी
महत्वपूर्ण है|मुगल शासक जहांगीर ने भी कश्मीर को अपनी पसंदीदा जगह बताया था और यहां के बाग बगीचे भी उसी काल के दौरान सुंदर उदाहरण है कश्मीर का प्राकृतिक सौंदर्य इतना आकर्षक
है कि आप चाह कर भी वहां जाना नहीं भूल सकते गुलमर्ग, सोनमर्ग ,पहलगाम और डल झील यहां के प्रसिद्ध और खूबसूरत पर्यटक स्थल है जहां पर प्रत्येक यात्री यहां पर आना पसंद करता
है क्योंकि सर्दियों में कश्मीर बर्फ से पूरी तरह से ढक जाती है जिसके कारण यहां पर स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसी गतिविधियां शुरु हो जाती है और गर्मियों में यहां हरियाली और फूलों के बगीचे
शानदार खिल उठते हैं जो देखने में सबसे ज्यादा खूबसूरत लगते हैं |कश्मीर का केसर तो दुनिया भर में प्रसिद्ध है और साथ ही कपड़ो में यहां की शाल भी दुनिया भर में प्रसिद्ध है अगर संस्कृति
की बात करें तो कश्मीर की कला संगीत और खानपान यहां का सबसे ऐतिहासिक कल्चर है कश्मीरी का वाजवान भी एक प्रकार का पारंपरिक भोजन है|जो पूरे भारत में प्रसिद्ध है कुल
मिलाकर अगर आप कश्मीर की बात करें तो कश्मीर एक जन्नत है जहां की प्राकृतिक सुंदरता इतनी खूबसूरत है कि संस्कृति और वहां का कल्चर भी देखते-देखते कम पड़ जाता है इसलिए कश्मीर
हमारा दिल है |
2-कश्मीर कैसे जाएं
भारत का कश्मीर, जिसे लोग धरती का स्वर्ग भी कहते है, यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर लोगों को अपनी और आकर्षित करती हैं। में इस ब्लॉग के माध्यम से आपको पूरी जानकारी दूंगा अगर आप भी कश्मीर जाना चाहते हैं |
1. हवाई मार्ग से कश्मीर कैसे जाएं
कश्मीर का प्रमुख हवाई अड्डा श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो भारत के मुख्य शहर जैसे दिल्ली मुंबई बेंगलुरु से डायरेक्ट जुड़ा हुआ है श्रीनगर हवाई अड्डा श्रीनगर शहर से लगभग 15 किलोमीटर
की दूरी पर बसा है यहां तक पहुंचने के लिए आपको एयरपोर्ट से टैक्सी या कैब बड़ी ही आसानी से इस पर्यटक स्थल तक आने के लिए उपलब्ध हो जाती है कई एयरलाइंस कंपनियों जैसे कि
इंडिगो एयर इंडिया और गो एयरलाइंस की सीधी उड़ने श्रीनगर के लिए भी रहती है|
2. रेल मार्ग से कश्मीर कैसे जाएं
कश्मीर में सीधा रेल नेटवर्क अभी उतना ज्यादा नहीं है लेकिन सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन आपको उधमपुर रेलवे स्टेशन मिलता है जो जम्मू से लगभग 230 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है
उधमपुर से कश्मीर तक सड़क के द्वारा भी आप पहुंच सकते हैं इसके अलावा आप जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पर भी उतर सकते हैं जो भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जम्मू से
कश्मीर के लिए आप टैक्सी बस या प्राइवेट वाहन भी ले सकते हैं जो आपको पहाड़ी रास्तों से होते हुए कश्मीर के सुंदर नजारों का दीदार कराती है|
3. सड़क मार्ग से कश्मीर कैसे जाएं
कश्मीर को सड़क से जाना एक दिलचस्प अनुभव हो सकता है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH 44) कश्मीर जाने का सबसे लोकप्रिय रास्ता है।जम्मू से शुरू होकर यह मार्ग कश्मीर की सुंदर
घाटियों तक जाता है। यह मार्ग बहुत मनोरम और रोमांचक है अगर आप खुद अपनी गाड़ी को चला रहे हो तो। क्यों की रास्तो में पड़ने वाले खूबसूरत द्रश्यो को आप अपनी गाड़ी को रोककर भी
मजा ले सकते है इसके अलावा, जम्मू से श्रीनगर तक कई निजी और सरकारी बसें चलती हैं।यह सफर लगभग आठ से दस घंटे का होता है,जिसमें आप कई रोमांचक स्थानों का आनंद ले सकते हैं।
3-कश्मीर जाने का सही समय
कश्मीर जिसको हम भारत का स्वर्ग कहते हैं यह कश्मीर आपको हर मौसम में अपना एक अलग अनुभव प्रदान करता है कश्मीर घूमने का सही समयआपकी यात्रा के उद्देश्यों और किस जगह
आपको घूमना है इन बातों पर निर्भर करता है मुख्य रूप से कश्मीर में आपको तीन मौसम मिलते हैं जिसमें गर्मी मानसून और सर्दी का मौसम खास होता है इसलिए, हम आपको बताते हैं कि इन
तीनों खास मौसमों में कश्मीर घूमने का अनुभव कैसा होता है और कश्मीर घूमने का सही समय आपके लिए कौन सा है।
1. गर्मी का मौसम :अप्रैल से जून
माना जाता है कि कश्मीर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियों में है। वर्तमानब समय में हरियाली अपने चरम पर होती है, और मौसम भी सुहावना रहता है, तापमान 15°C से 30°C के
बीच रहता है। इस समय आप शिकारा की सवारी, मुगल गार्डन की सैर, पहलगाम और गुलमर्ग जैसे स्थानों का आनंद ले सकते हैं।अगर आप कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो
यह समय सबसे अच्छा समय है।गर्मियों में प्रमुख स्थल:
श्रीनगर : डल झील में शिकारा की सवारी का आनंद और मुगल गार्डन की सुंदरता गर्मियों में देखने लायक होती है।
पहलगाम: यह स्थान गर्मियों में ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए परफेक्ट होता है।
गुलमर्ग: गर्मियों में हरे-भरे घास के मैदान और फूलों से सजे मैदानों का अनुभव लिया जा सकता है।
2. सर्दी का मौसम :दिसंबर से फरवरी
सर्दियों में कश्मीर बर्फ से ढक जाता है, जो स्नोबोर्डिंग और स्कीइंग के शौकीनों के लिए एक आदर्श अवसर है। सोनमर्ग और गुलमर्ग में बर्फबारी का आनंद लेना एक अलग अनुभव है। यदि बर्फबारी
का मजा लेना चाहते हैं तो अब कश्मीर घूमने का सही समय है। सिर्दियो में घूमने की जगह
गुलमर्ग: गुलमर्ग सर्दियों में स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग के लिए जाना जाता है। यहाँ की गुलमर्ग
गोंडोला राइड भी सवारी करना बेहद रोमांचक होता है।
सोनमर्ग: बर्फ से घिरा हुआ यह स्थान भी सर्दियों में बेहद खूबसूरत लगता है।
श्रीनगर: डल झील सर्दियों में आइस स्केटिंग और बर्फीले नज़ारे के लिए मशहूर है।
3. मानसून :जुलाई से सितंबर
कश्मीर में मानसून का मौसम जुलाई और सितंबर माह के बीच में रहता है और इस समय यहां का प्राकृतिक सौंदर्य अपने चरम सीमा पर रहता है मानसून के समय कश्मीर की जो हरियाली होती है
वह और भी ज्यादा निखर जाती है जिससे घाटियों में फूल और झरने पूरी तरह से अपने प्रबल वेग के साथ दिखाई देते हैं जिसमे कश्मीर की प्राकृतिक छवि में जो निखार आता है उसे पर्यटकों के
चेहरे खिल उठते हैं क्योंकि इस दौरान यह मौसम बरसात के होते हैं इसलिए भारी बारिश का सामना भी पर्यटकों को करना पड़ सकता है इस समय कश्मीर में रिवर राफ्टिंग ,ट्रैकिंग, एडवेंचर
स्पोर्ट्स आदि चीजों का आनंद लिया जा सकता है और यह कुदरत के हिसाब से एक खास अनुभव हो सकता है अगर आप बारिश की बूदो के बीच में घाटियों का आनंद लेना चाहते हैं तो आप यह
मानसून के मौसम को चुन सकते हैं कश्मीर घूमने का सही समय उन लोगों के लिए मानसून के दौरान हो सकता है जो कश्मीर को बेमिसाल प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं
और थोड़ा रोमांचक होना पसंद करते हैं सही तैयारी और उचित योजनाओं के साथ आपको कश्मीर घूमने में मदद मिल सकती है इसलिए आप कश्मीर यात्रा की सोच रहे हैं तो इस अद्भुत अनुभव का आनंदजरूर ले|
पत्रिका माशे:
कश्मीर का पेपर माशे कला का अद्भुत उदाहरण है। यह कला पुराने कागजों को गोंद में भिगोकर बनाए गए उत्पादों पर आधारित है, जिन पर हाथ से सुंदर और बारीक डिजाइन बनाए जाते हैं। ये सजावटी वस्तुओं, जैसे दीवार सजावट, वास और बक्से के लिए प्रसिद्ध हैं।
4-कश्मीर में घूमने की जगह
आज में आपको कश्मीर की मुख्य 5 जगहों के बारे में बताता हु जहा पर आप अवश्य घूमने जाये|आएये जानते है वो 5 जगह कोन कोन सी है |
श्रीनगर
श्रीनगर कश्मीर की खूबसूरत राजधानी है और यहां का डल झील सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। यहाँ पर आप शिकारा की सवारी का आनंद ले सकते हैं, जो आपको एक अलग अनुभव प्रदान
करता है। डल झील के किनारे बसे सुंदर हाउसबोट और मुग़ल गार्डन जैसे शालीमार बाग और निशात बाग यहां की प्राकृतिक सुंदरता को और भी चार चांद लगा देते हैं।श्रीनगर की भव्यता और
यहां का लोकल बाजार बहुत ही खूबसूरत है, जो पर्यटकों को हर तरफ से अपनी ओर आकर्षित करता है। कश्मीरी शॉल और यहां की हस्तशिल्प के अलावा, कश्मीर के स्थानीय व्यंजन भी आपको
अपनी ओर लुभाते हैं। यदि आप कश्मीर घूमने का सही समय जानना चाहते हैं, तो गर्मी के मौसम में यहाँ आना सबसे अच्छा होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और आप इन सभी आकर्षणों
का पूरा आनंद ले सकते हैं। इसलिए कश्मीर में आप इन स्थानों का दौरा जरूर करें, जिससे आपके मन की और एक खूबसूरती का एहसास आपके जीवन में हमेशा रहे ।
गुलमर्ग
गुलमर्ग चारों ओर घास के मैदान और खूबसूरत हरियाली देखने में ऐसा लगता है जैसे हम किसी दूसरी दुनिया में आ गए हों।जी हां, यह है कश्मीर का गुलमर्ग। सर्दियों में यह स्थान बहुत
हीखूबसूरत दिखाई देता है, क्योंकि यहाँ स्कीइंग और कश्मीरी खेलों के आयोजन होते हैं। यहाँ के बर्फीले पहाड़ और शानदार दृश्य हर पर्यटक का मन अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं।गर्मियों
में,गुलमर्ग एक हरी-भरी घाटी में बदल जाती है, जो ट्रैकिंग करने वालों, गोल्फ खेलने वालों, और घोड़े की सवारी करने वालों के लिए एक आदर्श और उपयुक्त स्थान है। यदि आप कश्मीर घूमने का
सहीसमय जानना चाहते हैं, तो गर्मियों में यहाँ आना भी एक बेहतरीन विकल्प है,जब आप इन गतिविधियों का पूरा आनंद ले सकते हैं।गुलमर्ग गोल्फ कोर्स,जो दुनिया के सबसे ऊंचे गोल्फ कोर्स
मेंसे एक है,यहाँ का एक प्रमुख आकर्षण है।यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और अद्वितीय अनुभव आपको जीवनभर याद रहेंगे, इसलिए इस स्थान का दौरा करना न भूलें।
पहलगाम
पहलगाम की प्राकृतिक सुंदरता देखकर हर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाता है। पहलगाम की लिद्दर नदी की खूबसूरती हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है।इस नदी का नीला पानी और चारों ओर
बर्फ से ढके पहाड़ इस जगह की भव्यता को और बढ़ा देते हैं। पहलगाम का मौसम बहुत ही खूबसूरत और सुहाना रहता है, जहाँ का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच
रहता है।जब सर्दियों में यहाँ भारी बर्फबारी होती है, तो यह स्थान एक जादुई रूप में बदल जाता है।कश्मीर घूमने का सही समय गर्मियों में होता है, जब आप यहाँ की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और
ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैं।पहलगाम के चारों ओर कई ट्रैकिंग मार्ग हैं, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान हैं। यहाँ की एक घाटी है जिसका नाम बेताब घाटी है कहते है इसे बेताब
फिल्म की शूटिंग के लिए जाना जाता है और यह यहाँ के प्रमुख ट्रैकिंग स्थलों में से एक है।इसके अलावा, पहलगाम में घुड़सवारी का आनंद भी लिया जा सकता है,जो आपको एक अलग अनुभव
प्रदान करता है।यह स्थान फोटोग्राफरों के लिए अति उत्तम है,क्योंकि यहाँ के नैसर्गिक सौंदर्य के चित्र लेना एक अनूठा अनुभव है। रिवर राफ्टिंग का रोमांच भी यहाँ मौजूद है, जो आपको एक अद्वितीय
अनुभव प्रदान करता है।पहलगाम में आपको बहुत सारी भेड़ देखने को मिल जाएगी , क्योंकि यहाँ पर भेड़ों का पालन बड़ी संख्या में होता है,जो इसकी सुंदरता को एक अनोखा आयाम देता है। जब
पहलगाम की घाटियों में ये भेड़ें चरती हैं, तो यहाँ का दृश्य देखने लायक होता है।आज भी, लोग यहाँ भेड़ों और अन्य पशुओं का पालन करते हैं, जो यहाँ के स्लोथानीय लोगो की जीवनशैली का एक
महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सोनमर्ग
सोनमर्ग इसको सोने का मैदान भी कहा जाता है चारों ओर बर्फ से ढकी चोटियां और हरी-भरी घाटियों की बीच में यह स्थान है यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत प्रसिद्ध है झेलम नदी
के किनारे ट्रैकिंग का अनोखा अनुभव आपको प्रदान होता है सोनमर्ग में आप कलेक्शन घाटी और तार सरोवर की यात्रा कर सकते हैं जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहती है गर्मियों में यह स्थान
चारों ओर बर्फ की सफेद चादर से ढक जाता है जिससे यहां का नजारा और भी खूबसूरत दिखाई देता है
फूलर घाटी
फूलर घाटी, जिसे फूलों की घाटी के नाम से भी जाना जाता है, यह कश्मीर का एक बहुत ही आकर्षक और प्रमुख स्थल है।यह घाटी विभिन्न प्रकार के फूलों के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ पर आपको
तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल देखने को मिलते हैं।यहाँ की चारों ओर की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों के मन को पूरी तरह मोहित कर देती है और यह एक यादगार अनुभव प्रदान करती है।
फूलर घाटी की यात्रा ट्रैकिंग के माध्यम से की जा सकती है, और यहाँ आने पर आप खूबसूरत फूलों के साथ-साथ शांतिपूर्ण वातावरण में समय बिता सकते हैं। यह घाटी हर साल जून से
अक्टूबर के बीच खुलती है, जो कुदरत प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय वरदान है।यदि आप कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता का पूरा आनंद लेना चाहते हैं, तो कश्मीर घूमने का सही समय गर्मियों और
मानसून के महीनों में होता है, जब फूलर घाटी अपनी पूर्ण सुंदरता में खिली होती है। इस समय आप न केवल रंग-बिरंगे फूलों का आनंद ले सकते हैं, बल्कि यहाँ के शानदार दृश्यों को अपने कैमरे
में भी कैद कर सकते हैं। यह स्थान फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए भी आदर्श है, जहाँ हर कोने में प्राकृतिक सौंदर्य बिखरा हुआ है।फूलर घाटी का दौरा निश्चित रूप से कश्मीर यात्रा को एक अनोखा
और अद्भुत अनुभव बना देता है, खासकर जब आप इसे कश्मीर घूमने का सही समय में करते हैं।
5-कश्मीर के विशेष त्योहार और संस्कृति
कश्मीर की सांस्कृतिक धरोहर और वहां की पहचान अपने आप में अनोखी है, जो हर मौसम में अपने विशेष रंगों को बिखेरती है।यहां का मौसम बड़ा ही अद्वितीय होता है। कश्मीर घूमने का सही समय
आपकी रुचियों और त्योहारों के अनुभवों पर निर्भर करता है। सर्दियों में, लोहड़ी और शिवरात्रि प्रमुख धूमधाम से मनाए जाते हैं।लोहड़ी का त्यौहार सर्दियों के अंत और फसलों की कटाई के उपलक्ष्य में
मनाया जाता है, जबकि शिवरात्रि भगवान शंकर की पूजा का विशेष पर्व है, जहाँ कश्मीरी परिवार विशेष पकवान बनाते हैं।गर्मियों में कश्मीर की वादियां अपनी पूरी रौनक में होती हैं, जब ट्यूलिप
फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। यह फेस्टिवल पूरे विश्व के पर्यटकों को आकर्षित करता है, और इस दौरान पूरी घाटी रंग-बिरंगे फूलों से सज जाती है। इसके अलावा, ईद और बैसाखी भी यहाँ
हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते हैं।कश्मीर का हर त्योहार उसकी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का प्रतीक है। यहाँ के सूफियाना संगीत और कश्मीरी नृत्य त्योहारों के मुख्य हिस्से होते हैं, जो यहाँ के
लोक जीवन को और भी जीवंत बना देते हैं। कश्मीर घूमने का सही समय चुनकर आप इन त्योहारों का हिस्सा बन सकते हैं, जो आपकी यात्रा को और भी खास और यादगार बना देता है।
6-कश्मीर की हस्तशिल्प कला
कश्मीर की हस्तशिल्प कला निपुणता, बारीकी और उत्कृष्टता के लिए पुरे विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहाँ की हस्तशिल्प पारंपरिक शिल्पकारी और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है, जो स्थानीय कारीगरों ने
पिछले कई पीढ़ियों से संजोया है। यहाँ के मुख्य हस्तशिल्प उत्पादों में कश्मीरी शॉल, कढ़ाई किए हुए वस्त्र, पेपर माशे, वुडवर्क, कालीन और तांबे के बर्तन आदि शामिल हैं।
कश्मीरी पश्मीना और शॉल:
कश्मीर की शॉल, खासकर पश्मीना शॉल, अपनी नरम और गर्म विशेषताओं के कारण विश्वविख्यात हैं। ये शॉल कढ़ाई से सजाए जाते हैं और हाथ से बुने जाते हैं। इन को बनाने में बहुत ज्यादा मेहनत
लगती है पश्मीना ऊन कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में पाए जाने वाले पहाड़ी बकरियों के ऊन से बनाया जाता है, इसलिए यह बहुत कीमती होता है और सबसे अलग है।
पत्रिका माशे:
कश्मीर का पेपर माशे कला का एक अद्भुत उदाहरण है। यह कला पुराने कागजों को गोंद में भिगोकर बनाए जाते है यह इन्ही उत्पादों पर आधारित होते है, जिन पर हाथ से सुंदर और बारीक
डिजाइन बनाए जाते हैं। ये सजावटी वस्तुओं, जैसे दीवार सजावट, वास और बक्से के लिए प्रसिद्ध हैं।
कश्मीरी कारपेट मेंकालीन:
कश्मीर के हाथ से बुने हुए कालीन अपनी गुणवत्ता और विस्तृत डिजाइन के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। ये कालीन प्रायः प्रकृति और पारंपरिक कश्मीरी कला से प्रेरित हैं और ऊन, रेशम या
दोनों के मिश्रण से बनाए जाते हैं। इनको बनाने में काफी समय लगता है
लकड़ी का काम:
कश्मीर का वुडवर्क बहुत ही खास है , खासकर अखरोट की लकड़ी से बने उत्पाद, तो बहुत बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय है। इन पर जटिल नक्काशी की जाती है, जिससे फर्नीचर, बॉक्स और अन्य सजावटी सामान बनाए जाते हैं। |
तांबे के बर्तन:
तांबे के बर्तन बनाने की परंपरा कश्मीर में सदियों पुरानी है। स्थानीय कारीगरों द्वारा हाथ से निर्मित तांबे के सजावटी बर्तन, हुक्का, ट्रे और अन्य सामान पर सुंदर नक्काशी की जाती है।
7- निष्कर्ष
हस्तशिल्प कला कश्मीर की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है और स्थानीय लोगों की पारंपरिक कारीगरी और निपुणता का भी प्रतीक है। शॉल, पेपर माशे, कालीन, वुडवर्क और तांबे के बर्तन
दुनिया भर में अपनी विशिष्टता और गुणवत्ता के लिए कश्मीर की पहचान बन चुके हैं। इन हस्तशिल्पों में हर उत्पाद परंपरा, धैर्य, और कौशल का प्रतीक होता है, जो पीढ़ियों से स्थानीय कारीगरों द्वारा
संजोया जा रहा है।पर्यटक कश्मीर घूमने का सही समय चुनकर स्थानीय प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं, साथ ही स्थानीय कला और हस्तशिल्प का भी। यह अनुभव आपको कश्मीर के इतिहास,
संस्कृति और कला से अधिक से अधिक जुड़ने का अवसर देता है, जो हर यात्रा को और भी अलग और यादगार बना देता है।