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Toggle1.द्वाराहाट कहां है परिचय
द्वाराहाट उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक खूबसूरत और सांस्कृतिक नगरी है जो अपनी प्राचीन सभ्यता और मंदिरों के इतिहास के कारण बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है इसकी ऊंचाई समुद्र तल से
1500 मीटर के आसपास है और द्वाराहाट के इस सुंदर से पर्यटक स्थल के चारों ओर आप ऊँचे ऊँचे पहाड़ और हरियाली देख सकते है जो इस स्थान को एक खूबसूरत पर्यटक स्थल बनाते है जैसा
कि आपने नाम से ही सुना होगा द्वाराहाट यह शब्द संस्कृत से लिय गया है जिसका अर्थ होता है द्वारा(यानि दरवाजा )+अहाट(बाज़ार ) यानी पुराने समय में यह क्षेत्र व्यापारिक मार्गो के लिए बहुत
ज्यादा प्रसिद्ध था कि यदि आप जानना चाहते है की द्वाराहाट कहां है तो आपको हम बताते हैं कि यह अल्मोड़ा जिले से लगभग 38 किलोमीटर की दूरी और रानीखेत से मात्र 19 किलोमीटर की दूरी
पर स्थित एक खूबसूरत सांस्कृतिक नगरी है द्वाराहाट केवल धार्मिक द्रष्टि से ही प्रसिद्ध नहीं है बल्कि यहां की विरासत और यहां के खूबसूरत मंदिर इस क्षेत्र को अति सुंदर बनाते है अगर बात की जाए
तो द्वाराहाट को मंदिरों का स्वर्ग भी बोला जाता है क्योंकि यहां पर 55 से अधिक प्राचीन मंदिर है जो कत्यूरी राजवंश की वास्तु कला और उनकी शिल्पकार के उत्कृष्ट उदाहरण है यहां की शांति और
धार्मिकता इस चीज को यहां के हर उम्र के लोगों के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है |
2.द्वाराहाट क्यों है मंदिरों का स्वर्ग
द्वाराहाट, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित “मंदिरों का स्वर्ग” है। यहाँ के हर मंदिर का इतिहास,आध्यात्मिक शक्ति और प्राचीन वास्तुकला से भरपूर है। द्वाराहाट एक सुंदर गांव है जो
हिमालय की तलहटी में बसा है. यह अल्मोड़ा से लगभग 38 किलोमीटर और रानीखेत से 19 किलोमीटर की दूरी पर है।द्वाराहाट के मंदिरों का निर्माण 9वीं से 12वीं शताब्दी के बीच कत्यूरी
राजवंश द्वारा किया गया था। इस क्षेत्र में 55 से अधिक प्राचीन मंदिर हैं, जो कत्यूरीशैली की अद्भुत वास्तुकला और शिल्पकारी को दर्शाते हैं।द्वाराहाट में मंदिरों का निर्माण कार्य कत्यूरी राजवंश के
द्वारा 9 और 12वीं शताब्दी के मध्य किया गया था 55 प्राचीन मंदिर इस क्षेत्र के अंतर्गत आते है जिसमें आप वास्तु कला का बेजोड़ और अद्भुत संगम देख सकते है बद्रीनाथ मंदिर मृत्युंजय मंदिर
और महाकाल मंदिर यहां के प्रमुख मंदिर है।
3.आस्था और धार्मिकता का केंद्र
द्वाराहाट के मंदिर केवल धार्मिक स्थान नहीं है; यह पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक जगह है। यहां हर साल सैकड़ों भक्त आते हैं, जो अपनी आस्था व्यक्त करने और मन को शांत करने
आते हैं।शिवरात्रि में यहां पर मृत्युंजय मंदिर में बड़े-बड़े पूजा कार्यक्रमों का आयोजन होता है स्थानीय रीति रिवाज और परंपराओं का बड़े आदर के साथ पालन किया जाता है जो क्षेत्र की आध्यात्मिकता
और संस्कृति को दर्शाते हैं द्वाराहत में स्थित इन मंदिरों का धार्मिक महत्व उतराखंड के इतिहास और संस्कृति का प्रतीक है इन मंदिरों में जो मूर्तियां और उन पर जो नक्काशी हुई है उसमे आपको विज्ञान का अद्भुत कार्य देखने को मिलता है।
4.द्वाराहाट कैसे पहुंचे? यात्रा की जानकारी
द्वाराहाट जो उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक प्राचीन और सांस्कृतिक नगरी है अगर आप सोच रहे हैं कि द्वाराहाट कहां है तो आपको हम बता दें कि यह अल्मोड़ा जिले से मात्र 38
किलोमीटर की दूरी पर और रानीखेत शहर से मात्र 9 किलोमीटर की दूरी पर बसा एक सुंदर व आध्यात्मिक स्थान है जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
द्वाराहाट तक पहुंचने के लिए कई परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं:
सड़क मार्ग:
द्वाराहाट तक आप आसानी से पहुंच सकते हैं आप सड़क मार्ग से भी यहाँ तक बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं आपको रानीखेत नैनीताल और काठगोदाम इन शहरों से यहां के लिए
नियमित बस सेवा टैक्सी सेवा और निजी सेवाएं सब उपलब्ध हो जाती हैं।
रेल मार्ग:
द्वाराहाट शहर के सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है जो द्वाराहाट से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर है आप यहां से बस,टैक्सी द्वारा या अपना निजी वाहन बुक
करके भी आसानी से इस स्थान तक पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग:
द्वाराहाट से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर पंतनगर है, जो सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है। पंतनगर से आगे की यात्रा बस या टैक्सी से की जा सकती है।
द्वाराहाट की यात्रा करते समय आप जंगलों, पहाड़ों और ठंडी हवा का आनंद ले सकते हैं। धार्मिक, ऐतिहासिक महत्व के अलावा, यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है।
5.द्वाराहाट के पास के आकर्षण स्थल
द्वाराहाट उत्तराखंड राज्य में अल्मोड़ा जिले में स्थित है यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है जो कि मंदिरों के लिए काफी जाना जाता है इसके आसपास आपको कई ऐसे अनेक मंदिर और धार्मिक स्थान देखने
को मिल जाते हैं जहां पर काफी पर्यटक आना पसंद करते हैं यदि आप द्वाराहाट कहां पर है यह जानकारी लेना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि यह स्थान रानीखेत से 19 किलोमीटर और अल्मोड़ा जिले से 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कटारमल सूर्य मंदिर:
कटारमल सूर्य मंदिर द्वाराहाट से 25 किमी दूर है इस प्राचीन मंदिर में सूर्य देवता की पूजा की जाती है।यह नौवीं शताब्दी में कत्यूरी राजवंश ने बनाया था।
रानीखेत:
रानीखेत, द्वाराहाट से 19 किलोमीटर दूर, अपने शांत वातावरण और हरी-भरी घाटियों के लिए जाना जाता है। यहां के दो बड़े आकर्षण हैं झूला देवी मंदिर और चौबटिया गार्डन।
जागेश्वर धाम:
यह स्थान द्वाराहाट से 80 किलोमीटर की दूरी पर है जहा पर भगवान शिव को समर्पित 124 मंदिरों का विशाल समूह है।
पिंडारी ग्लेशियर:
द्वाराहाट से मात्र कुछ ही घंटो की दूरी पर ग्लेशियर के ये ट्रैकिंग स्थल है जो प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है यह स्थान पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थल है।
द्वाराहाट के नजदीक ये पर्यटक स्थल इस जगह को और भी अद्भुत और खास बना देते हैं।
6.द्वाराहाट की यात्रा का सबसे सही समय
द्वाराहाट, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक सुंदर और ऐतिहासिक जगह है। द्वाराहाट कहां है, अक्सर यात्री इस बारे में पूछते है हम आपको बताते है की द्वाराहाट रानीखेत से 19 किलोमीटर और अल्मोड़ा
से 38 किलोमीटर दूर है। द्वाराहाट जाने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर है।यहाँ मौसम अच्छा है और प्राकृतिक दृश्य भी खूबसूरत दिखायी देते है। यहां की गर्मियों में
हरियाली और सर्दियों में ठंडी हवा आपकी यात्रा को यादगार बना देती हैं। मॉनसून में भारी बारिश होती है, जिससे प्रकृति की हरियाली भी अनोखी हो जाती है। यहां आकार आध्यात्मिकता और शांति का अनुभव जरूर करना चाहिए।
7.द्वाराहाट की यात्रा का सबसे सही समय
द्वाराहाट गांव उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में है। यहां रहने और खाने के लिए व्यवस्था करना आसान और सुखद है। द्वाराहाट में किफायती दरों पर ठहरने के लिए कुछ छोटे होटल और गेस्ट हाउस हैं।
स्थानीय ढाबे और छोटे रेस्टोरेंट्स में शुद्ध और पारंपरिक उत्तराखंडी भोजन का स्वाद लिया जा सकता है। पर्यटक पूछते है की द्वाराहाट कहां है तो द्वाराहाट रानीखेत से भी करीब है और अल्मोड़ा से यह
38 किलोमीटर दूर है। यहां तक पहुंचने के लिए काठगोदाम रेलवे स्टेशन और सड़क मार्ग से यहाँ तक पहुँचने का सबसे अच्छे विकल्प हैं।
8.द्वाराहाट यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
द्वाराहाट, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक सुंदर और ऐतिहासिक स्थान है। यह स्थान समुद्र तल से 1,500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए यहाँ का मौसम बहुत ठंडा रहता है,यहाँ पर
इसलिए कपड़े आपको मौसम के अनुसार ही रखने चाहिए। यात्रा के दौरान दवाएं, टॉर्च और नक्शा अपने पास जरूर रखें।रास्ते में आपको होटल और खाने के लिए बहुत सारे ढाबे भी मिल जाते है
द्वाराहाट कहां है बहुत से पर्यटक जब यहाँ पर पहली बार आते हैं, तो पूछते है इसलिए आप यहाँ पर लोकल गाइड की मदद भी ले सकते है जिसको इस क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी रहती
है इसलिए गाइड की मदद लेना अच्छा हो सकता है क्योंकि वे नहीं जानते कि द्वाराहाट कहां है। मंदिरों में प्रवेश करते समय स्थानीय नियमों का पालन जरूर करें।
9.निष्कर्ष
कुल मिलाकर द्वाराहाट कहां है हमारा निष्कर्ष यह कहता है कि द्वाराहाट एक सांस्कृतिक नगरी है की जगह है जहां पर कई मंदिरों का समावेश है कत्यूरी वंशजों के राजा महाराजाओं ने यहां पर कई
मंदिरों का निर्माण करवाया जो उनके ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाते हैं और उनकी वास्तुकला को विशेष रूप से प्रभावित करते हैं द्वाराहाट एक अनोखा और आकर्षक स्थल है काफी लोग यहां
के मंदिरों में घूमने के लिए और दर्शन के लिए आते हैं जो हमारे उत्तराखंड की एक सांस्कृतिक धरोहर है और जो इसको आध्यात्मिक से जोड़ते है|