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Toggle1-परिचय
बाबा नीम करोली का यह पवित्र धाम उत्तराखंड की शांत और सुंदर पहाड़ियों के बीच में बसा एक मनोरम स्थान है|जहां पर आकर आपको शांति सुकून और अपने मन को स्थिर रखने वाला स्थान प्राप्त
होता है और वह स्थान कहलाता है बाबा का धाम नीम करोली महाराज का आश्रम दोस्तों आज मैं आपको इस नीम करोली बाबा के आश्रम के बारे में जानकारी देने जा रहा हूं यह आश्रम पूरा
आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है और प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनूठा मिश्रण यहां पर आपको देखने को मिलेगा यह स्थान बाबा नीम करौली के भक्तों के लिए विशेष स्थान रखता है हल्द्वानी से कैंची
धाम की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह जानकारी रखना अति आवश्यक है कि हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है और वहां तक पहुंचने का सबसे अच्छा क्या तरीका है इसलिए
आज में आपको इस ब्लॉक के माध्यम से पूरी जानकारी देता हूं|
2-नीम करोरी महाराज की जीवनी
बाबा नीम करोरी महाराज एक महान संत और आध्यात्मिक गुरु थे, जिनकी कृपा और चमत्कारों की कहानियां उनके भक्तों के बीच आज भी प्रचलित हैं। बाबा का जन्म 1900 के आसपास उत्तर प्रदेश
के फिरोज़ाबाद जिले के एक छोटे से गांव अकबरपुर में हुआ था। उनका बचपन का नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था,और उन्होंने अपना प्रारंभिक जीवन इसी गांव में बिताया।उनके पिता का नाम श्री दुर्गा
प्रसाद शर्मा और माता का नाम श्रीमती रामपति देवी था।एक धार्मिक ब्राह्मण परिवार में जन्म लेने के कारण बाबा के जीवन पर आध्यात्मिकता का गहरा प्रभाव पड़ा, और कम उम्र में ही वे साधना और
तपस्या के प्रति आकर्षित हो गए।बाबा नीम करोरी महाराज ने समाज से हटकर एक संत के रूप में जीवन जीने का निर्णय लिया और अपनी यात्रा की शुरुआत की। उनका जीवन तपस्या और सादगी से
भरा हुआ था, और उन्होंने अपने भक्तों के जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन किए। बाबा की अलौकिक शक्तियों के कई किस्से प्रचलित हैं, जिनमें से एक प्रमुख कथा यह है कि उन्होंने अपनी साधना के
दौरान एक रेलगाड़ी को बिना भाड़ा दिए रोक दिया था, जिसके बाद उनके भक्त उन्हें ‘नीम करोरी बाबा’ कहने लगे।अब अगर हम बात करें बाबा नीम करोली महाराज से जुड़े प्रमुख स्थलों की,तो
कैंची धाम सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। हल्द्वानी से कैंची धाम की दूरी लगभग 38 किलोमीटर है।इस यात्रा को करने के लिए आप हल्द्वानी से सड़क मार्ग द्वारा कैंची धाम पहुँच
सकते हैं।यह यात्रा प्राकृतिक सौंदर्य से भरी हुई है और हिमालय की अद्भुत वादियों से होकर गुजरती है। हल्द्वानी से कैंची धाम का सफर करीब 1.5 से 2 घंटे का है, और यह मार्ग भक्तों के बीच
विशेष रूप से लोकप्रिय है।हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है यह सवाल बाबा के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह धाम बाबा नीम करोली महाराज के जीवन से गहरे रूप से जुड़ा हुआ
है। यह स्थान उनके चमत्कारों और आध्यात्मिक शिक्षाओं का केंद्र माना जाता है। कैंची धाम में हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं, और यह धाम विशेष रूप से उन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है
जो बाबा की शिक्षाओं और उनके चमत्कारों से प्रभावित होते हैं।अंततः,बाबा नीम करोली महाराज का जीवन सादगी, करुणा और सेवा का प्रतीक है।उनके चमत्कारों और शिक्षाओं ने न केवल भारत में
बल्कि विदेशों में भी लोगों के जीवन को छुआ है।हल्द्वानी से कैंची धाम की यात्रा करके, आप बाबा के जीवन और उनकी शिक्षाओं को और अधिक गहराई से समझ सकते हैं, और इस पवित्र धाम में
शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव कर सकते हैं।
3-हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है
हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है यह सवाल अक्सर भक्तों और पर्यटकों के मन में आता रहता है। हल्द्वानी से कैंची धाम की दूरी लगभग 47 किलोमीटर की है|यह पूरी यात्रा नैनीताल
जिले के पहाड़ी मार्गो से होकर गुजरती है जिन रास्तो से होकर आप गुजरते है आपको उन रास्तो में सुंदर से पहाड़,नदी ,जंगल और प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेते हुए आगे बढ़ते हैं ऊंची ऊँचे
पहाड़ आपका मन अपनी ओर खींच लेते है |ठंडा मौसम गुनगुनी धूप आपको यात्रा का एक अलग ही एहसास प्रदान करती है यह दूरी इतनी ज्यादा भी नहीं है कि आप इसे एक-दो घंटे में पूरी नहीं
कर सकते बल्कि आराम से और आसानी से यहां तक की यात्रा की जा सकती है|
4- हल्द्वानी से कैंची धाम जाने का मार्ग वाया भीमताल
हल्द्वानी से कैंची धाम जाने का रास्ता बहुत ही आसान और सुलभ है, और हर यात्री यहाँ आसानी से पहुँच सकता है।यह यात्रा हल्द्वानी से शुरू होकर कैंची धाम तक जाती है, जो भवाली और गरमपानी
के मार्गों द्वारा आगे बढ़ती है। इस दौरान रास्ते में आप भोजन का आनंद भी ले सकते हैं और किसी रेस्टोरेंट या प्राकृतिक वातावरण में बैठकर आराम कर सकते हैं, जिससे आपकी यात्रा और भी सुखद
बन जाती है।हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है यह जानना जरूरी है, खासकर उन यात्रियों के लिए जो यहाँ पहली बार जा रहे हैं। हल्द्वानी से भवाली की दूरी लगभग 39 किलोमीटर है,और
भवाली से कैंची धाम की दूरी 8 किलोमीटर है, यानी कुल मिलाकर हल्द्वानी से कैंची धाम की दूरी लगभग 47 किलोमीटर होती है।यह मार्ग आपको भवाली और गरमपानी होते हुए ले जाता है,और
अगर आप भीमताल के रास्ते से जाते हैं,तो भी हल्द्वानी से कैंची धाम की दूरी 47 किलोमीटर ही होती है।यात्रा के दौरान, प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण का आनंद लिया जा सकता है,जो इस
यात्रा को बेहद खास और यादगार बनाता है।
5-हल्द्वानी से कैंची धाम जाने का दूसरा मार्ग वाया ज्योलीकोट
हल्द्वानी से कैंची धाम की दूरी लगभग 53 किलोमीटर है यह दूसरा मार्ग हल्द्वानी से सीधे ज्योलीकोट होते हुए आप भवानी पहुंच सकते हैं इस इस मार्ग में आपको सुंदर हरियाली बड़े-बड़े पहाड़ और
खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण का दृश्य दिखाई देगा और आप अपनी यात्रा को और भी मजेदार बना सकते हैं|क्यों की लम्बा मार्ग होने के कारण अधिकतर यात्री इस रास्ते नहीं जाते है हर किसी को
जल्दी रहती है अज के दौर मै अगर आप सुकून और शांति और कम भीड़ भाड़ वाले रास्ते से गुजरान चाहते है तो आप इस रास्ते का उपयोग कर सकते है जो NH109 कहलाता है हल्द्वानी से
भवाली की दूरी वाया ज्योलीकोट होते हुए 45 किलोमीटर की है और भवाली से कैंची धाम की दूरी 8 किलोमीटर की है तब इसकी दूरी 53 किलोमीटर की हो जाती है इस रास्ते में आपको एक
खूबसूरत आश्रम भी दिखेगा जो पायलट बाबा के नाम से प्रसिद्ध है|साथ मै आपको दिखेगी हनुमान जी की भव्य मूर्ति जो हर एक यात्री को इस मार्ग से गुजरने पर दिखायी देती है|
6-यात्रा का सर्वोत्तम समय
वैसे तो कैंची धाम हर समय खुला रहता है, पर यात्रा कने के लिहाज से सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच का होता है। सितंबर और नवंबर के बीच यहाँ का मौसम
और प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है। मानसून के समय पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना ज्यादा रहती है इसलिए ऐसी यात्राओ से बचना चाहिए।और आप को जरूर ध्यान देना
चाहिए की हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है, इसका ध्यान रखते हुए आपको मौसम के हिसाब से अपनी यात्रा की योजना बनानी चाहिए।जो आपके लिए अति उत्तम होगी|
7-कैंची धाम क्यों है प्रसिद्ध?
बाबा नीम करोरी महाराज की आध्यात्मिक नगरी कैंची धाम है।यहाँ पर उनकी समाधि है जिसे देखने के लिए उनके भक्त दूर दूर देश विदेश से आते है और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। 15 जून को
हर साल उनके भक्तों का बड़ा मेला इस स्थान पर लगता है, जिसमें हजारों लोग भाग लेते हैं।और मालपुए का प्रसाद चखते है इसलिए आप को ऐसे दिव्य और चमत्कारी धाम की यात्रा जरूर करनी
चाहिए जो आप का जीवन बदल ले|कहते है बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए facebook के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भी इस दरबार मै आये थे और भी कई बड़ी हस्तिया यहाँ आकार बाबा का
आशीर्वाद पा चुकी है यह जानकर कि कैंची धाम हल्द्वानी से कितने किलोमीटर दूर है, इस स्थान की महत्ता भी समझ सकते हैं।यहाँ की सुंदरता और आत्मिक शांति आपको एक अद्वितीय अनुभव देती है।
8-हल्द्वानी से कैंची धाम तक यात्रा के साधन
हल्द्वानी से कैंची धाम जाने के लिए कई साधन हैं।चाहें तो आप टैक्सी, बस या निजी कार का चुनाव भी कर सकते हैं।
टैक्सी:
हल्द्वानी से कैंची धाम जाने के लिए आपको विभिन्न प्रकार के वहां उपलब्ध हो जाते हैं अगर आप टैक्सी या बस या अन्य किसी और साधन से कैंची धाम पहुंचाना चाहते हैं तो हल्द्वानी से आपको
बड़ी ही आसानी में यह सारी चीज उपलब्ध हो जाती है हल्द्वानी से लगभग एक या दो घंटे के दौरान आप कैंची धाम पहुंच सकते हैं हल्द्वानी से आपको लगातार टैक्सी सेवाएं और वाहन सुविधा
24 घंटे उपलब्ध रहती हैं यात्रा के दौरान आप खूबसूरत नजारों को देखते हुए अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं|
बस:
यदि आप कम बजट में अपनी यात्रा करना चाहते हैं|तो आप हल्द्वानी से उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में भी सफर कर सकते हैं और प्राइवेट बसों के सफ़र में आपको उत्तराखंड की K.M.O.U की
बस उपलब्ध हो जाती है जो आपको वाया भवाली होते हुए सीधे कैंची धाम मंदिर के गेट के बाहर पर ही उतारती है|
निजी वाहन:
यदि आपके पास अपना वाहन है, तो आप इस यात्रा को और भी आरामदायक बना सकते हैं। हल्द्वानी से कैंची धाम का रास्ता बहुत अच्छा है जिससे आप एक सुरक्षित और सुंदर यात्रा का
अनुभव ले सकते हैं।
9-रास्ते में पड़ने वाले प्रमुख स्थल
हल्द्वानी से कैंची धाम की यात्रा के दौरान आपको कुछ प्रमुख स्थलों का आनंद लेने का मौका मिलेगा।जो की वाकई में बहुत खूबसूरत स्थान है जब भी कोई यात्री यहाँ आता है उसको इन रास्तो से गुजरना ही पड़ता है |
भवाली:
भवाली यह एक पहाड़ों की छोटी सी बाजार है जहां पर आपको पहाड़ी फल सब्जी इत्यादि यह सारी चीज देखने को मिल जाएगी भवाली में आपको हर तरह की सब्जियां और पहाड़ के जो फल
फ्रूट होते हैं वह 24 घंटे आपको देखने को मिल जाते हैं क्योंकि स्थानीय लोग इनको अपने खेतों में उगाते हैं और फिर इस बाज़ार में बेचने के लिए लाते है|जहा पर उनको अच्छे दाम प्राप्त हो जाते है|
गरमपानी:
गरमपानी में कई छोटी-छोटी दुकानें और ढाबे हैं जहाँ आप रायता ,पकोड़ी ,आलू के गुटखे का और चाय, स्नैक्स, और भोजन का स्वाद ले सकते हैं।यह स्थान सभी यात्रिओ का एक अच्छा विश्राम स्थल
है जहाँ पर से कैंची धाम की दूरी कुछ ही किलोमीटर है।
10-कैंची धाम पहुँचने पर क्या करें?
कैंची धाम पहुँचने के बाद आप सबसे पहले बाबा के दर्शन करे और मंदिर परिसर में बैठकर शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद ले जिससे की आप को एक अलग ही शांति का अनुभव प्राप्त होगा।
जो लोग दिन रात अपने कार्यो में लगे हुए है उनको भी एक पल बाबा के दरबार में शांति के पल यहाँ पर बिताने चाहिए और यहाँ की प्राकृतिक छठा का लुत्फ़ उठाना चाहिए और यहाँ के प्राकृतिक
नजारों को अपने कैमरे में कैद करना चाहिए|
11-यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है, यह जानने के साथ-साथ कुछ जरूरी बातें को भी ध्यान रखना चाहिए।
- मौसम के अनुसार अपनी तैयारी को करना चाहिए। पहाड़ों में मौसम बदलता रहता है, इसलिए हल्के गर्म कपड़े साथ अवश्य रखें।
- रास्ते में खाने-पीने का पर्याप्त इंतजाम रखे, खासकर यदि आप बस या टैक्सी से सफ़र कर रहे हैं।
- कैंची धाम के आस-पास का क्षेत्र शांत और पवित्र है, इसलिए वहाँ के नियमों का पालन करें और साफ़ सफाई पर ज्यादा ध्यान रखें।
12-यात्रा का समापन
हल्द्वानी से कैंची धाम की यात्रा आध्यात्मिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण है,साथ ही मनोरंजक और आरामदायक भी है में आपको इस ब्लॉग में हल्द्वानी से कैंची धाम कितने किलोमीटर है,यात्रा मार्ग,
समय,और आवश्यक सामान की पूरी जानकारी दूंगा।और यह जानकारी आपकी यात्रा को आसान और सुखद बनाएगी।
13-निष्कर्ष
कैंची धाम एक ऐसा पावन धाम है जहा पर हर यात्री को सुकून और बाबा जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है चाहे वो छोटा हो या बड़ा बाबा के चमत्कार बहुत निराले है जहाँ आपको आध्यात्मिक
शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत मेल मिलता है।हल्द्वानी से कैंची धाम की दूरी दो अलग अलग रास्तो के द्वारा आप तय कर सकते है एक तो वाया ज्योलीकोट के रास्ते आप भवाली पहुँच
सकते है दूसरा आप भीमताल के रास्ते भवाली पहुँच सकते है अब यह निर्भर आप पर करता है की आप किस रास्ते का प्रयोग करते है|लेकिन यह यात्रा आपको जीवन भर के लिए यादगार अनुभव
देगी। इसलिए,अपनी अगली यात्रा की योजना बनाते समय कैंची धाम को अपनी सूची में अवश्य शामिल करें और नीम करोरी महाराज जी का आशीर्वाद पाए।