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Toggle1- परिचय
पिथौरागढ़ कैसे जाएं पिथौरागढ़ उत्तराखंड राज्य के उत्तर के हिस्से में स्थित एक बहुत ही खूबसूरत और प्यारा सा शहर है इस ऐतिहासिक नगरी की बहुत सारी अहमियत और महत्वता है सांस्कृतिक दृष्टि से भी
यह क्षेत्र बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है हिमालय की गोद में बसा यह शहर बहुत ही खूबसूरत और शांत है |जहां से नेपाल की सीमाएं तिब्बत की सीमाएं कुछ ही दूरी पर मिलती है आपको शायद मालूम होगा कि
पिथौरागढ़ का प्राचीन नाम सोरघाटी हुआ करता था | सोरघाटी का अर्थ होता है सरोवर तालाब यहाँ पर तालाब हुआ करते थे लेकिन जैसे जैसे समय बीतते गया और यह सरोवर सूखते हुए चला गया और यहां
पर की जो भी जगह थी उसने पठारी भूमि का रूप ले लिया इसी लिए इसका नाम पिथौरागढ़ पड़ा कुछ लोग तो यहां तक भी कहते हैं की पिथौरागढ़ जो पृथ्वीराज चौहान की राजधानी हुआ करती थी तो “इस स्थान का नाम उन्हीं के नाम पर पिथौरागढ़ रखा गया।”|
प्राकृतिक सुंदरता:
पिथौरागढ़ का प्राकृतिक सौंदर्य शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह नगर घने जंगलों, हरे-भरे खेतों और बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहाँ की ताजगी भरी हवा और शांत वातावरण, हर एक
पर्यटक को एक नया अनुभव प्रदान करते हैं। पिथौरागढ़ से हिमालय की चोटियाँ को देखने पर एक अलग ही वातावरण प्रतीत होता है |
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
पिथौरागढ़ का ऐतिहासिक महत्व भी बहुत गहरा है यहां के किले मंदिर और प्राचीन स्थल में उसमें तिब्बती संस्कृति का मिला-जुला असर दिखाई देता है कर्नल गांव का किला जो पिथौरागढ़ के प्रमुख
ऐतिहासिक स्थलों में एक है वह इस बात की गहराई को उजागर करता है की स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को वहां के लोग किस तरह से जीवित रखे हैं पिथौरागढ़ में अभी कुछ समय पहले तक
खास वंश का शासन हुआ करता था जिन्होंने यहाँ पर बहुत सारे किलो का निर्माण करवाया था और उनमे अपनी कलाकारियों को प्रदर्शित किया था इसी खास वंश को इसका श्रेय जाता है आपको
बता दें कि पिथौरागढ़ के आसपास बहुत सारे किले हैं जिनमे चार किले प्रमुख है | भाटकोट , डूंगरकोट उदयपुर और ऊंचाकोट ये किले प्रसिद्ध है |
पिथौरागढ़ का महत्व और आकर्षण: पिथौरागढ़ कैसे पहुंचें
पिथौरागढ़, उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में स्थित एक असाधारण नगर है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ की शांत और मनमोहक वातावरण इसे एक
अनूठा पर्यटन स्थल बनाता है। आइए, जानें पिथौरागढ़ का महत्व और आकर्षण, और साथ ही समझें कि पिथौरागढ़ कैसे पहुंचें।
प्राकृतिक सौंदर्य और विशिष्टता
पिथौरागढ़ को “कुमाऊं का छोटा कश्मीर” के रूप में भी जाना जाता है, और इसका यह नाम बिल्कुल सही है। यहाँ की हरी-भरी घाटियाँ, बर्फ से ढकी चोटियाँ और बहती नदियाँ एक मंत्रमुग्ध
कर देने वाला दृश्य प्रस्तुत करती हैं। जब आप पिथौरागढ़ की ओर बढ़ते हैं, तो यहां की ठंडी हवा, शांतिपूर्ण जलवायु और साफ नीला आकाश आपको सुकून और शांति का एहसास कराते हैं। विशेष
रूप से, पिथौरागढ़ की ऊँची पर्वत श्रृंखलाएं और उनके बीच से बहती नदियाँ इसे एक आदर्श स्थल बनाते हैं जहाँ आप प्रकृति के हर पहलू का आनंद ले सकते हैं।
2- पिथौरागढ़ कैसे पहुंचें
हवाई मार्ग: पिथौरागढ़ कैसे जाएं
यदि आप पिथौरागढ़ की यात्रा करने का मन बना रहे हैं, तो पिथौरागढ़ कैसे जाएं इस सवाल का सबसे अच्छा जवाब है हवाई मार्ग। पिथौरागढ़ तक पहुँचने के लिए हवाई यात्रा करना एक
सुविधाजनक और समय की बचत करने वाला विकल्प हो सकता है। यहाँ जानें कैसे आप हवाई मार्ग से पिथौरागढ़ तक पहुँच सकते हैं पूरी जानकारी आज हम आप को बताएँगे |
निकटतम एयरपोर्ट: पंतनगर
पिथौरागढ़ के सबसे नजदीक का एयरपोर्ट पंतनगर है, जो उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह एयरपोर्ट पिथौरागढ़ से लगभग 240 किलोमीटर दूर है। पंतनगर एयरपोर्ट एक छोटा लेकिन बहुत महत्वपूर्ण हवाई अड्डा है, जो कुमाऊं क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है।
उड़ान जानकारी:
दिल्ली, मुंबई, और अन्य प्रमुख शहरों से पंतनगर के लिए नियमित उड़ानें उपलब्ध रहती हैं। दिल्ली से पंतनगर की उड़ान लगभग 1 घंटे 15 मिनट की होती है, जो आपको तेजी से पंतनगर तक पहुँचाती है।
एयरलाइंस: एयर इंडिया और अन्य स्थानीय एयरलाइंस पंतनगर के लिए उड़ानें संचालित करती हैं। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार टिकट बुक कर सकते हैं।
पंतनगर से पिथौरागढ़ तक यात्रा
पंतनगर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद, पिथौरागढ़ तक पहुँचने के लिए आपके पास कुछ विकल्प होते हैं
आप चाहे तो उन विकल्पों को यूज कर सकते है जैसे
- टैक्सी: पंतनगर एयरपोर्ट से पिथौरागढ़ तक टैक्सी सेवाएँ उपलब्ध हैं। यह यात्रा लगभग 5-6 घंटे की होती है, और यह एक आरामदायक विकल्प हो सकता है। आप एयरपोर्ट पर टैक्सी सेवा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
- बस: पंतनगर से आपको हल्द्वानी बस स्टेशन आना पड़ेगा जो की उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित है | यहाँ से आप पिथौरागढ़ के लिए बस ले सकते है । बस यात्रा थोड़ी लंबी हो सकती है, लेकिन यह एक किफायती विकल्प है। विभिन्न निजी बस ऑपरेटर भी पंतनगर से पिथौरागढ़ के लिए भी बसें संचालित करते हैं।
यात्रा की योजना:
पिथौरागढ़ कैसे जाएं अगर आप पिथौरागढ़ जाने की योजना बना रहे हैं तो हमको सबसे पहले यह ध्यान में रखना होगा कि हमें सुविधा किस मार्ग से जाने में ज्यादा होगी अगर हमको जल्दी
पहुचना है और अपने समय को बचाना है तो हवाई मार्ग हे हमारे लिए सबसे बेहतर है हम पंतनगर एयरपोर्ट से पिथौरागढ़ के लिए सीधी हवाई सेवा का उपयोग कर सकते है | पिथौरागढ़
पहुचने के बाद हम नैनी सैनी एयरपोर्ट पर उतरते है जो पिथौरागढ़ का बहुत प्यार और खूबसूरत एयरपोर्ट है 1 घंटे से भी कम समय में आप वहा पहुक जाते है यही सफ़र बस से 7 से 8 घंटे में
तय होता है | तो आप देख सकते हैं कि पिथौरागढ़ हवाई मार्ग ज्यादा सुविधाजनक है या बस में यह निर्णय अब आपका है |
रेल मार्ग: पिथौरागढ़ कैसे जाएं
अगर आप पिथौरागढ़ की यात्रा के लिए रेल मार्ग का विकल्प चुन रहे हैं, तो पिथौरागढ़ कैसे जाएं के सवाल का उत्तर एक महत्वपूर्ण स्टेशन काठगोदाम में छिपा है। काठगोदाम उत्तराखंड का एक
प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जो पिथौरागढ़ के लिए सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन है| काठगोदाम रेलवे स्टेशन के बारे में विस्तार से आपको बताते है काठगोदाम रेलवे स्टेशन, नैनीताल जिले के
काठगोदाम क्षेत्र में स्थित है। यह स्टेशन पिथौरागढ़ से लगभग 250 किलोमीटर दूर है, और उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण रेलवे केंद्र है।
काठगोदाम रेलवे स्टेशन से दिल्ली, लुधियाना, और अन्य प्रमुख शहरों के लिए नियमित ट्रेनों की सेवाएं उपलब्ध हैं। विशेष रूप से, काठगोदाम स्टेशन पर प्रमुख ट्रेनों में रानीखेत एक्सप्रेस, कुमाऊं एक्सप्रेस, और जनता एक्सप्रेस शामिल हैं।
3- पिथौरागढ़ में रहने की व्यवस्था
अगर आप सोच रहे हैं कि पिथौरागढ़ कैसे जाएं और वहां पहुंचने के बाद रहने की हमारी क्या व्यवस्था होगी तो आज हम आपको बताएंगे पिथौरागढ़ के होटल के बारे में कि आप वहां
पहुंचकर कैसे यहां पर अपने बजट के अनुसार होटल चुन सकते हैं और इस प्राकृतिक सौंदर्य के बीच में होटल का आनंद ले सकते है पिथौरागढ़, में कुछ प्रमुख होटल्स इस प्रकार से है जहा आप ठहर सकते है|
Hotel Mall Palace: यह होटल पिथौरागढ़ के मुख्य बाजार के पास में ही स्थित है। यहाँ से पहाड़ों का सुंदर दृश्य दिखाई देता है। जो आपको पिथौरागढ़ शहर की खूबसूरती को देखने को
मजबूर कर देता है ऐसे ही इसे छोटा कश्मीर नहीं कहा जाता है साफ-सुथरे कमरे और आरामदायक होटल जब आपके पास होता है तो फिर किस बात की चिंता । इन होटलों का किराया एक रात
का किराया 1500 से ₹2500 रूपया प्रति रात के बीच का होता है बाकी यात्री अपनी सुविधानुसार लग्जरी रूम भी बुक कर सकते है।
Hotel Meghna: यह होटल शहर के बेचो बीच में स्थित है| और सभी प्रमुख स्थानों से नजदीक है। होटल का वातावरण शांत और आरामदायक है। कमरे का किराया भी ₹1200 से ₹2000 प्रति रात के बीच है।
Hotel Zarina: यह होटल भी पिथौरागढ़ शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के नजदीक है इस होटल में भी आपको साफ सुथरे कमरे मिल जायेंगे प्रति कमरे का किराया ₹1000 से ₹1800 प्रति रात
के बीच हो सकता है ।पिथौरागढ़, उत्तराखंड के सुंदर पहाड़ो में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है यहाँ आपको बजट होटल से लेकर लग्ज़री होटल तक, हर प्रकार के विकल्प मिलेंगे।
अगर आप प्राकृतिक सौंदर्य के बीच सुकून की तलाश में हैं, तो पिथौरागढ़ के बाहरी इलाकों में स्थित होटल आपके लिए आदर्श रहेंगे। यहाँ के होटल पारंपरिक पहाड़ी शैली में बने होते हैं और इनमें से कई होटल्स से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का शानदार नज़ारा दिखता है।
शहर के केंद्र में भी कई अच्छे होटल मौजूद हैं, जहाँ से बाजार और प्रमुख स्थानों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां के होटल साफ-सुथरे और आरामदायक होते हैं, और इनमें आधुनिक सुविधाएं भी मिलती हैं।
4-पिथौरागढ़ के प्रमुख दर्शनीय स्थल
पिथौरागढ़, उत्तराखंड का एक सुंदर शहर है, जिसे ‘लिटिल कश्मीर’ के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक स्थल और शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
अगर आप पिथौरागढ़ कैसे जाएं की योजना बना रहे हैं, तो यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल आपकी यात्रा को यादगार बना सकते है।
- पिथौरागढ़ किला
पिथौरागढ़ में काफी प्राचीन कलाकृतिया और ऐतिहासिक स्थलमौजूद है उन्हें में से एक है कि पिथौरागढ़ का किला जो की काफी प्रसिद्ध और खूबसूरत है यह किला पहाड़ की सबसे ऊंची
चोटी पर स्थित है और बड़ा ही खूबसूरत दिखाई देता है अगर आप वहां जाकर पूरे शहर का दृश्य वहां से देखते हैं तो आपको शहर का नजारा एकदम अद्भुत सा लगता है मानो आप स्वर्ग से नीचे की ओर देख रहे हो |
- नैनी सैनी हवाई अड्डा
हालांकि यह एक हवाई अड्डा है, लेकिन इसके आसपास की सुंदरता और शांत वातावरण इसे एक आकर्षक स्थल बनाते हैं। यहां से हिमालय की चोटियों का दृश्य अद्भुत होता है।
नैनी सैनी हवाई अड्डा यहां पिथौरागढ़ का काफी खूबसूरत और प्यार हवाई अड्डा है चारो और से हिमालय की चोटियों से घिरा हुआ इसका वातावरण मानो हर यात्री का मन मोह लेता है |
- अस्कोट अभयारण्य
पिथौरागढ़ कैसे जाएं अगर आप यह सोच रहे हो तो जाने का पूरा प्लान बनाये और जाने के बाद अगर आपने पिथौरागढ़ में अस्कोट अभयारण्य पार्क नहीं देखा तो आपने फिर कुछ नहीं देखा
प्रकृति प्रेमियों के लिए अस्कोट अभयारण्य एक बेहतरीन स्थान है। यह जगह जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है और यहां पर विभिन्न वन्यजीव, पक्षी और पेड़-पौधे पाए जाते हैं। यह पिथौरागढ़ से
करीब 54 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप वन्यजीव पक्षियों आदि के दर्शन करना चाहते है तो यह स्थान आपके लिये बेहतर विकल्प है घूमने का |
- महाकाली मंदिर
पिथौरागढ़ कैसे जाएं अगर मन में लगन और दृढ संकल्प ले लिया तो फिर कोई चीज दुनिया की ऐसी नहीं है की हम वहा तक नहीं पहुक सकते है ईश्वर भी आपका साथ देता है जैसे की
महाकाली मंदिर पिथौरागढ़ का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। आप यहाँ पर कोई भी मनोकामना मागो तो ईश्वर वह कमना पूरी करता है जिससे यहां हर साल बड़ी संख्या में भक्त महाकाली के दर्शन
को आते है। यह मंदिर प्राचीन वास्तुकला का अद्वितीय उदाहरण है और इसकी मान्यता बहुत गहरी है। जो भी यात्री अगर पिथौरागढ़ घूमने आये तो वह माँ के दर्शन जरूर करे
- ध्वज मंदिर
यह मंदिर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है और देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है। यहां से आप हिमालय के खूबसूरत दृश्य का आनंद ले सकते हैं। यह स्थल उन लोगों के लिए आदर्श है जो शांति और अध्यात्म की खोज में हैं।
5- यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
पिथौरागढ़ कैसे जाएं: सुरक्षा सुझाव
पिथौरागढ़ की यात्रा एक रोमांचक और खूबसूरत अनुभव हो सकती है, लेकिन किसी भी यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा सुझावों का ध्यान रखना आवश्यक है। अगर
आप पिथौरागढ़ कैसे जाएं, इस पर विचार कर रहे हैं, तो इन सुझावों को ध्यान में रखकर आप अपनी यात्रा को बेहतर और भी बेहतर बना सकते हैं।
- सड़क सुरक्षा का ध्यान रखें
पिथौरागढ़ कैसे जाएं अगर आप सोच रहे हो की सड़क मार्के के द्वारा पिथौरागढ़ जाने का तो आपको यह हो सुनिश्चित करना होगा कि आप जिस गाड़ी से जा रहे हैं उसकी स्थिति अच्छी है या नहीं क्यों कि पहाड़ के रास्ते में अगर आप यात्रा
करते हैं तो आपको सही गाड़ी का उपयोग करना बहुत जरूरी है ताकि आपको रास्ते में किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो क्यों कि पहाड़ के रास्ते घुमावदार और थोड़ा सकरे
होते हैं इसलिए पहाड़ के रास्ते पर ड्राइविंग आराम से करें ध्यान पूरा गाड़ी पर ही केंद्रित रखें प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेते हुए चले ज्यादा स्पीड से नहीं चले जिससे कि आपको गाड़ी को कंट्रोल करने में दिक्कत ना हो
- मौसम की जानकारी रखें
पिथौरागढ़ की यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लेना बहुत जरूरी है। क्यों की ऊंचाई में होने के कारण बारिश के मौसम में पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की संभावना ज्यादा रहती है, जिससे यात्रा
में परेशानी हो सकती है। सर्दियों में, भारी बर्फबारी के कारण कुछ मार्ग बंद हो सकते हैं, इसलिए मौसम के अनुसार यात्रा की योजना बनाएं।
- आपातकालीन संपर्क जानकारी साथ रखें
यात्रा करते समय हमेशा अपने साथ स्थानीय आपातकालीन सेवाओं की संपर्क जानकारी जरूरी रखनी चाहिए। पिथौरागढ़ जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में अस्पताल, पुलिस स्टेशन और स्थानीय प्रशासन की जानकारी पहले से तैयार रखें। इससे किसी आपात स्थिति में आपको मदद मिलने में आसानी होगी।
- ट्रैवल किट तैयार रखें
यात्रा के दौरान एक ट्रैवल किट हमेशा साथ रखें जिसमें फर्स्ट एड बॉक्स, टॉर्च, नक्शा, और कुछ आवश्यक दवाइयाँ शामिल हों। पहाड़ी क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या हो सकती है,
- स्थानीय लोगों से जानकारी लें
पिथौरागढ़ पहुंचने पर, स्थानीय लोगों से मार्ग, मौसम, और सुरक्षा के बारे में जानकारी लेना हमेशा फायदेमंद होता है। वे आपको इलाके के बारे में बेहतर जानकारी दे सकते हैं और किसी भी संभावित जोखिम के बारे में सचेत कर सकते हैं।
- स्थानीय खानपान: पिथौरागढ़
पिथौरागढ़ कैसे जाएं अगर आप यह सोच रहे है तो पिथौरागढ़, उत्तराखंड का एक खूबसूरत शहर है, जो न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ का समृद्ध खानपान भी
आपकी यात्रा को खास बना देता है। अगर आप पिथौरागढ़ की सैर पर जा रहे हैं, तो यहाँ के खाने-पीने के स्थान और स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना ना भूलें।
- काफल रसोई
पिथौरागढ़ में अगर आप स्थानीय खाने का असली स्वाद चखना चाहते हैं, तो ‘काफल रसोई’ एक बेहतरीन विकल्प है। यह रेस्तरां स्थानीय पहाड़ी व्यंजनों के लिए जाना जाता है। यहाँ के मेन्यू में
आपको ‘भट की चुरकानी’, ‘आलू के गुटके’, और ‘झोल’ जैसे पारंपरिक व्यंजन मिलेंगे। यहाँ के खाने में स्थानीय मसालों और पहाड़ी स्वाद का अद्भुत मिश्रण होता है, जो आपकी स्वाद इंद्रियों को तृप्त कर देगा।
- मूलभूत कैफे
यह कैफे पिथौरागढ़ के युवाओं और यात्रियों के बीच खासा लोकप्रिय है। यहाँ आपको आधुनिक और पारंपरिक दोनों तरह के व्यंजन मिलेंगे। अगर आप कुछ हल्का और ताजगी भरा खाना चाहते हैं, तो
‘मूलभूत कैफे’ में पिज्जा, पास्ता, और साथ ही स्थानीय परांठे और रायता ट्राई करें। इस कैफे का आरामदायक माहौल और स्वादिष्ट खाना आपकी यात्रा को और भी यादगार बना देगा।
- परंपरा भोजनालय
अगर आप पिथौरागढ़ में घर जैसा खाना चाहते हैं, तो ‘परंपरा भोजनालय’ एक बढ़िया विकल्प है। यहाँ का खाना सादा और पोषक होता है, जिसमें आपको दाल-भात, सब्जी, और स्थानीय रोटी का स्वाद मिलेगा। यह जगह उन लोगों के लिए आदर्श है जो साधारण और स्वस्थ भोजन पसंद करते हैं।
स्थानीय व्यंजन
- भट्ट की दाल: यह काले सोयाबीन से बनी एक विशेष दाल है, जो पिथौरागढ़ और आसपास के क्षेत्रों में बहुत लोकप्रिय है। इसे घी में पकाया जाता है और गरमागरम चावल के साथ परोसा जाता है।
- कापा: पालक और बारीक कटे हरे साग से बना यह व्यंजन सर्दियों में बेहद लोकप्रिय होता है। इसे उबले हुए चावल के साथ परोसा जाता है और इसका स्वाद बेहद पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है।
पिथौरागढ़ में खाने पीने के मामलों में आपको विशेष ध्यान देना होगा क्यों कि यहां पर मसाले का उपयोग प्रयुक्त मात्रा में होता है अगर आप मिर्च हल्दी नमक कम खाते हैं तो आप पहले से ही
अपनी इच्छा को उनको बता सकते हैं उसी के अनुसार वह आपका भोजन तैयार करेंगे स्थानीय मिठाई का स्वाद भी आप अवश्य लें क्यों कि यहाँ की मिठाइयां यहां की स्थानीय संस्कृति का ही एक
हिस्सा है पिथौरागढ़ में घूमने का आनंद तभी आता है जब यहां आप स्थानीय भोजन का आनंद लें और अपनी यात्रा को तरोताजा और सफल बनाएं|
6- पिथौरागढ़ कैसे जाएं: निष्कर्ष
पिथौरागढ़ की यात्रा करना एक सुखद एहसास और एक दिलचस्प अनुभव हो सकता है समुद्र तल से 1627 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह खूबसूरत शहर अपने ऐतिहासिक और यहाँ कलाकृतियो
लिए जाना जाता है इसको मिनी कश्मीरी भी कहा जाता है पिथौरागढ़ आने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम और टनकपुर रेलवे स्टेशन है यहां से आप बस,टैक्सी के द्वारा
पहुंच पिथौरागढ़ पहुक सकते हैं और हवाई मार्ग के द्वारा आपको पंतनगर से पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा उपलब्ध हो जाती है अपनी यात्रा की योजना बनाते समय मौसम की जानकारी का होना बहुत जरूरी है|
Nice compose
This post brings back memories of my hometown. Feeling nostalgic.
Interesting place 👌👌