12 ज्योतिर्लिंग कहां कहां है और क्या क्या नाम है:जानकारी

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1-12 ज्योतिर्लिंग कहां कहां है और क्या क्या नाम है परिचय

ज्योतिर्लिंग भगवान शंकर के उन पवित्र स्थान को कहते हैं जहां पर साक्षात भगवान शंकर के विराट रूप का प्रतीक आज भी है ये 12 जगह भगवान शंकर के आध्यात्म के रूप में जुडी हुई है और उन

जगहों को प्रख्यात ज्योतेर्लिंग के रूप में माना जाता है ये 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इन सभी प्रश्नों का उत्तर अधिकतर श्रद्धालु के मन में रहता है चलिए आज हम आपको बताते

हैं कि यह 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इन ज्योतिर्लिंगों का क्या महत्व है आपको जानकारी देंगे अपने छोटे से ब्लॉग हिलयात्रा में और परिचय कराते हैं आपके 12 ज्योतिर्लिंगों

से इन ज्योतिर्लिंगों का उल्लेख शिव पुराणों में भी वर्णन किया गया है|

2-सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (गुजरात)

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भगवान शंकर का एक पवित्र और आध्यात्मिक स्थान है इस स्थान पर काफी श्रद्धालु सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन को आते हैं क्यों की यह ज्योतिर्लिंग को भारत में पहले नंबर

पर माना जाता है गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में यह ज्योतिर्लिंग स्थित है अरब सागर से लगा हुआ यह प्रख्यात मंदिर स्थापित है|इसकी शोभा और इसकी खूबसूरती यहां की भव्यता को देखकर ही प्रतीत

Somnath, gujarat, india
image credit-Photo by Chinmay Dhope on Unsplash

होती है जिससे हर भक्त यहाँ पर खीचा हुआ चला आता है बहुत सारी पौराणिक कथाओं के अनुसार ज्योतिर्लिंग स्थापित होने की कहानी इस प्रकार है जब चंद्रमा को अपने श्राप से मुक्ति पानी थी तब

उसने भगवान शंकर की तपस्या बड़े तन मन से की और उनसे यह आशीर्वाद लिया तभी से इस स्थान को ज्योतिर्लिंग के रूप में ख्याति मिली इस मंदिर में कई बार शत्रुओ के द्वारा आक्रमण भी हुए और

शत्रुओं द्वारा इसको नष्ट भी किया गया लेकिन बार-बार इस सोमनाथ के मंदिर को बनाया गया जिससे यह पूरे भारतवर्ष में आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गया 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-

क्या नाम है इन सब में गुजरात का सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर पहले स्थान पर आता है यह केवल मंदिर ही नहीं धार्मिक आस्था का एक केंद्र भी है और हर साल लाखों लोग शिवरात्रि के मौके पर

यहां पर आते हैं और मंदिर के दर्शन करते है यहां पर भव्य मेले का आयोजन होता है कार्तिक पूर्णिमा जैसे त्योहार पर विशेषकर

3-मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग (आंध्र प्रदेश)

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग यह अपने आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में स्थित है और भारत के 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में एक है इस जगह को शिव शक्ति के रूप में पूजा जाता है 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है

और क्या-क्या नाम है और यहाँ हर धार्मिक व्यक्ति जानना चाहता है| यह स्थान बहुत धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव का केन्द्र है पौराणिक कहानियों के अनुसार माता पार्वती और भगवान शंकर अपने

पुत्र को मनाने के लिए श्रीशैलम गए हुए थे इस स्थान में भगवान शंकर को मल्लिकार्जुन और उनकी पत्नी पार्वती जी को भ्रामरंबा देवी के रूप में पूजा जाता है यह स्थान केवल पवित्र नहीं है बल्कि

शिव भक्तों के लिए एक बहुत बड़ा आस्था का केंद्र है इस आस्था के केंद्र को दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है इसीलिए इस स्थान को मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के नाम

से भी जाना जाता है यह मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग नल माला पर्वतों के बीच पर विराजमान है जहां पर इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है आप यहां पर भगवान शंकर की पूजा करने के साथ-साथ

प्राकृतिक आनंद का अनुभव लेते हैं अगर आप 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इन सब धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाह रहे हैं तो मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग को अपने इस यात्रा लिस्टमें जरूर शामिल करे|

4-महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (मध्य प्रदेश)

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उन 12 ज्योतिर्लिंगों में एक है जो मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में स्थितहै  इस मंदिर को भगवान शंकर के तांडव का प्रतीक माना जाता है यह एक ऐसा अकेला मंदिर है जो

दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग से स्थापित है जिस कारण से इस मंदिर का विशेष अस्तित्व और प्रभाव माना जाता है इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां पर भगवान शंकर की जो पूजा होती है वह भस्म

Mahakaleshwar Jyotirlinga ujjain mp
image credit-Photo by Vikram Chouhan Udaipur 🇮🇳 on Unsplash

आरती से की जाती है जो इसको सभी ज्योतिर्लिंगों में से अनोखा बनाती है 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इस पायदान में उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी खास महत्व रखता है यह

धार्मिक और ऐतिहासिक तीनों पृष्ठभूमि से महत्वपूर्ण मंदिर है उज्जैन को पुराने समय में अवंतिका भी बोला जाता था इस उज्जैन शहर को खगोल शास्त्र का मुख्य बिंदु भी माना गया है अधिकतर भक्तों

का की श्रधा है कि भगवान शंकर उनकी हर समस्याओं का निवारण करते हैं जैसे शिवरात्रि के समय पर यहां पर जबरदस्त मेले का आयोजन होता है जो इस स्थान को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक

धरोहरों से पूर्ण रूप से सजा देता है अगर आप इन 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इन सब बातों को जानना चाहते हैं तो इस आध्यात्मिक शहर का अनुभव लेना ना  भूले और महाकाल के दर्शन अवश्य करे |

5-ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग (मध्य प्रदेश)

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश राज्य के एक छोटे से जिले खंडवा में स्थित है यह भी भारत के प्रमुख ज्योतिर्लिंग में से एक स्थान रखता है यह ज्योतिर्लिंग नर्मदा नदी के बीच में स्थित है और

भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र स्थान है ओंकारेश्वर का नाम ओंकार से लिया गया है,जो ब्रह्मांड में होने वाली ध्वनि का प्रतीक माना जाता है इस शिवलिंग का आकार ओंकार के समान है जो इसको सबसे

Omkareshwar, madhya pradesh, india
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अलग ज्योतिर्लिंगों में एक बनता है दो पर्वतों के बीच में स्थित यह ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंधाता और विंध्य पर्वत पर स्थित है पौराणिक कथाएं बहुत कुछ कहती हैं जब भगवान शंकर ने राक्षसों के

राजा रावण के बीच धर्म युद्ध के संवाद हुए थे तो यह स्थान इन सब का साक्षी भी रहा  है कई शिवभक्त इस पवित्र नर्मदा नदी में स्नान करते हैं और इस ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करते हैं

और खुशहाली के लिए प्रार्थना करते है अगर आप 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इसका उत्तर ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको इस ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन अवश्य करने

चाहिए हर साल लगभग लाखों श्रद्धालु इस ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए आते हैं साथ ही आप मंधाता और विंध्य  पर्वतों का प्राकृतिक सौंदर्य को भी देख सकते हैं जो इन पर्वतों के चारों ओर झलकता है |

6-वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग (झारखंड/महाराष्ट्र)

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग इसको बाबा बैद्यनाथ की नगरी भी कहा जाता है यह भारत के 12 महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंगों में एक है वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड के देवघर जिले में स्थित है इसको बैद्यनाथ धाम

भी बोला जाता है इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि महाराष्ट्र के परली जिले में भी वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग होने का दावा किया जाता है इस प्रकार से दोनों राज्यों के इन ज्योतिर्लिंगों की मान्यता

काफी ज्यादा है देवघर में जो वैद्यनाथ का ज्योतिर्लिंग है वह अपने अनोखे स्थान के लिए प्रसिद्ध है जबकि हर साल लाखों श्रद्धालु इस देवघर में आते हैं और यहां पर भगवान शंकर को गंगाजल अर्पित

करते हैं 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इस श्रेणी में यह एक महत्वपूर्ण स्थान है अगर आप वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की यात्रा करते हैं तो इन दोनों स्थानों में से आप किसी एक स्थान को अपनी यात्रा का पड़ाव बना सकते हैं|

7- भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र) सह्याद्री

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग यह ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे में सह्याद्री की पहाडियों में स्थित है 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह स्थान भी श्रद्धा का बहुत बड़ा केंद्र है घने जंगल और हरियाली से भरा यह

स्थान प्राकृतिक सौंदर्य का एक रमणीक स्थान है भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग का पुराणों में भी जिग्र  मिलता है ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान पर भीम नदी का उद्गम स्थल था|जिस कारण से इस

जगह का नाम भीमाशंकर पड़ा भगवान शंकर ने जब त्रिपुरासुर राक्षक का नरसंहार किया था और पूरे संसार की रक्षा की थी तब ये 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है की सूची में

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग का नाम सबसे पहले आता है बहुत सारे शिव भक्त यहाँ पर पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं मानसून के दौरान यह स्थान प्राकृतिक रूप से बहुत सुंदर हो जाता और हरियाली अपने चरम सीमा पर होती है|

8- रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग (तमिलनाडु)

रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग रामेश्वरम दीप पर स्थित है जो तमिनाडु राज्य में एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है यह भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो भगवान राम के पवित्र नाम से जुदा हुआ है|और यहां पर भी

शिवलिंग की पूजा अर्चना की जाती है इसीलिए इस स्थान को रामनाथन स्वामी मंदिर भी कहा जाता है| 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है यह प्रसिद्ध स्थान भी एक तीर्थ के रूप में

प्रसिद्ध है स्थल है कई पर्यटक यहां पर स्नान कर अपने आप को पवित्र करते हैं और मोक्ष प्राप्ति की कमाना करते है यह स्थान हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी के बीचों-बीच में स्थित है यहां पर आकर आपको एक अलग प्रसन्नता होती है|

9-नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (गुजरात)

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के पास सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है यह भी एक बहुत धार्मिक और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक स्थान है इसको भगवान शंकर के नागेश रूप में माना जाता है यहां पर भगवान

शंकर की बड़ी विशाल मूर्ति है जो भक्तों को देखते ही उनको आंतरिक मन में आध्यात्म का  अनुभव कराती है कहते हैं कि इस ज्योतिर्लिंग में जो कोई भी श्रद्धालु पूजा अर्चना करता है वह सभी प्रकार

के कष्ट और भय से मुक्ति पा जाता है 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इस सूची में यह ज्योतिर्लिंग भी अपना स्थान बरकरार हुए हैं नागेश्वर के रूप में इसकी विद्वंता प्रसिद्ध है|

10-काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग

काशी विश्वनाथ का मंदिर यह भी एक ज्योतिर्लिंग है यह अपने उत्तर प्रदेश  के बनारस शहर में स्हैथित  12 ज्योतिर्लिंग में से इसको भी एक स्थान प्राप्त है गंगा नदी के तट पर स्थित यह  भगवान

शिव का एक पवित्र धाम है और काफी लोग यहां पर मोक्ष प्राप्ति  के लिए आते हैं ऐसी मान्यता है कि इस जगह पर पूजा पाठ करने से पापों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

होती है 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इस सूची में काशी विश्वनाथ का नाम भी अपने पहले स्थान पर है |

11-त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र)

महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग भी  12 ज्योतिर्लिंगों में से एक  महत्वपूर्ण जगह है। इस जगह पर गोदावरी नदी का उद्गम स्थान भी है। इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ के त्रिनेत्र

वाले रूप  की पूजा की जाती है, जो सृष्टि, पालन और संहार के प्रतीक हैं।त्रियम्बकेश्वर मंदिर को पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र माना जाता है, इस मंदिर की  वास्तुकला  इसे अनोखा

बनाती है ।इसलिए 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है  इस सूची में इस मंदिर को अवश्य शामिल करना चाहिए  जो भक्त यहां  अपने  जीवन के पापों से छुटकारा  और शांति पाने के लिए आते हैं।

12-केदारनाथ ज्योतिर्लिंग (उत्तराखंड)

केदारनाथ धाम यह 12 ज्योतिर्लिंग में से एक धाम है उत्तराखंड राज्य के हिमालय पर्वत के ऊंचे शिखर में विराजमान यह केदारनाथ ज्योतिर्लिंग 3583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और खूबसूरत

12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है
image credit-Photo by Akshay syal on Unsplash

मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है केदारनाथ का धार्मिक महत्व पुराणों में और स्कंद पुराणों में भी अत्यंत महत्वपूर्ण है इस स्थान को भगवान शंकर के पाच केदारो में  से एक स्थान माना जाता है

कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा करवाया गया था जब उन्होंने भगवान शंकर को खुश  किया था  12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है इसकी सूची में केदारनाथ

का कोई औचित्य नहीं है भक्त यहां कठिन चढ़ाई चढ़कर इस स्थान पर आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए इस आध्यात्मिक वातावरण को अपने साथ समाहित करते हैं जो इसे एक अनूठा तीर्थ स्थल बनती है|

13-निष्कर्स

कुल मिलाकर हमारे 12 ज्योतिर्लिंगों में से ये धाम बहुत  महत्वपूर्ण है । इन स्थानों पर पूजा और दर्शन करने से भक्तों को न केवल पापों से छुटकारा मिलता है, बल्कि उनके जीवन में सुख  शांति

और मोक्ष भी मिलता है।12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां है और क्या-क्या नाम है प्रत्येक ज्योतिर्लिंग को अपनी अलग मान्यता और विशेषता है, जो इन  ज्योतिर्लिंगो को खास बनाती  है  इसी कारण इन

ज्योतिर्लिंग को भारत  के प्रमुख धार्मिक स्थानों में गिना जाता है। भक्तों को इन स्थानों पर जाकर भगवान शिव को देखने का एक अद्भुत अवसर मिलता है।

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